भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने शनिवार को पुणे में चल रहे ‘महाराष्ट्र एमएसएमई डिफेंस एक्सपो’ का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम नई तकनीक और बेहतर गुणवत्ता वाले रडार सिस्टम अपनाएं। एयर चीफ मार्शल ने बताया कि वायुसेना जल्द ही लार्सन एंड टर्बो कंपनी के साथ एक अहम डील पर हस्ताक्षर करने वाली है।
वायुसेना चीफ बोले- नई तकनीक और बेहतर रडार सिस्टम की जरूरत
एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने कहा कि ‘वायुसेना को पूरे देश की हवाई सुरक्षा करनी होती है और वायुसेना की ये भूमिका सबसे अहम है। हमारे पास विंटेज उपकरण हैं। हमारे पास हाई पावर वाले रडार और लंबी दूरी वाले रडार भी हैं, लेकिन अब समय आ गया है कि हम नई तकनीक और बेहतर गुणवत्ता वाले रडार सिस्टम पर शिफ्ट हों। आने वाले दिनों में हम एलएंडटी कंपनी के साथ एक डील करने वाले हैं, जिससे नई तकनीक और बेहतर रडार सिस्टम का रास्ता खुलेगा।’
‘वायुसेना की चुनौतियां बढ़ी हैं’
वीआर चौधरी ने कहा आज हमारे सामने चुनौतियां बढ़ी हैं। इसमें छोटे ड्रोन्स से लेकर हाइपरसोनिक मिसाइलों का खतरा शामिल है। ऐसे में इन सभी खतरों के खिलाफ हवाई सुरक्षा की क्षमता होना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है। क्लोज्ड इन वेपन सिस्टम, एयर डिफेंस काफी अहम हो गए हैं और हम ऐसे 61 सिस्टम की डील को लेकर जल्द करार करने जा रहे हैं। भारतीय वायुसेना के मेड इन इंडिया समर-2 और आकाश मिसाइल सिस्टम को भी डिफेंस एक्सपो में प्रदर्शित किया जा रहा है। पुणे में आयोजित हो रहा डिफेंस एक्सपो 24-26 फरवरी तक आयोजित होगा। डिफेंस एक्सपो में डीआरडीओ पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर में इस्तेमाल हो रहे विभिन्न रॉकेट को भी प्रदर्शित कर रहा है। भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने भारतीय वायुसेना को Astra BVRAAM मिसाइल की पहली खेप की डिलीवरी कर दी है। अस्त्र मिसाइल एयर टू एयर मिसाइल है। जहां किसी फाइटर जेट या अटैक हेलीकॉप्टर का पायलट नहीं देख सकता, वहां भी ये मिसाइल एकदम सटीक हमला कर सकती है।