‘शाहजहां शेख को नहीं बचा रही तृणमूल कांग्रेस’, संदेशखाली मामले पर बोले अभिषेक बनर्जी

लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी ने रविवार को पहली संदेशखाली के मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अपने फरार नेता शाहजहां शेख को नहीं बचा रही है। शेख और उनके समर्थकों पर संदेशखाली की महिलाओं ने यौन शोषण और जमीन हड़पने का आरोप लगाया है। 

अशांति पैदा कर रहे कुछ बाहरी लोग: अभिषेक बनर्जी
बनर्जी ने यह भी दावा किया कि कुछ बाहरी लोग लोकसभा चुनाव से पहले इलाके में अशांति पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, तृणमूल कांग्रेस शाहजहां शेख को नहीं बचा रही है। हमरी किसी भी अपराध को बर्दाश्त न करने की नीति है। राज्य के विपक्षी दलों ने टीएमसी पर शाहजहां शेख को बचाने का आरोप लगाया है। 

टीएमसी को बदनाम करने आई फैक्ट फाइंडिंग टीम: कुणाल घोष
वहीं, इस मामले पर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा, उत्तर प्रदेश, मध्य  प्रदेश, गुजरात, असम और मणिपुर में यह फैक्ट फाइंडिंग टीम कहां थी। ये भाजपा के कैडर हैं और उससे नियंत्रित हैं। वे केवल टीएमसी सरकार को बदनाम करने के लिए यहां आ रहे हैं। भाजपा को बंगाल की जनता पर भरोसा नहीं हैं और न ही उनका उनसे कोई संबंध हैं। 

घोष ने कहा, वे (भाजपा) जानते हैं कि बंगाल के लोग उनका समर्थन नहीं करते। यही वजह है कि वे विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह केवल यही साबित करता है कि बंगाल में उनका कोई जनाधार नहीं है। 

पुलिस ने फैक्ट फाइंडिंग टीम को रोका
इससे पहले फैक्ट फाइंडिंग टीम को पुलिस ने संदेशखाली पहुंचने से पहले ही रोक दिया। इसके विरोध में टीम वहीं पर धरने पर बैठ गई। हंगामे के बाद पुलिस ने टीम के सभी सदस्यों को गिरफ्तार किया। छह सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग टीम का नेतृत्व पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति एल नरसिम्हा रेड्डी कर रहे हैं। पुलिस ने संदेशखाली में धारा 144 लागू होने का हवाला देकर फैक्ट फाइंडिंग को रोका। पुलिस ने टीम को भोजेरहाट इलाके में रोका और फिर हंगामे के बाद वहीं से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद फैक्ट फाइंडिंग टीम के सदस्यों को कोलकाता के पीएचक्यू लाल बाजार पुलिस स्टेशन लाया गया। 

केंद्र के खिलाफ 10 मार्च को टीएमसी की महारैली
संदेशखली मामले पर भाजपा और अन्य विपक्षी दलों के बढ़ते हमलों के बीच टीएमसी ने रविवार को घोषणा की कि वह राज्य की सामाजिक कल्याण परियोजनाओं के खिलाफ केंद्र सरकार के कथित भेदभाव के विरोध में 10 मार्च को ब्रिगेट परेड ग्राउंड में एक महारैली करेगी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के महासचिव अभिषेक बनर्जी महारैली को संबोधित करेंगे।
अभिषेक बनर्जी ने एक्स पर इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘जन गर्जन सभा’ रैली बंगाल से उन बाहरी अत्याचारियों को बाहर निकालने का संकल्प लेगी, जो विभिन्न मुद्दों पर राज्य का दौरा कर रहे हैं। उनका इशारा भाजपा और उसके राष्ट्रीय नेताओं की ओर था। रैली का एलान ऐसे समय में किया गया है, जब संदेशखाली में महिलाओं का प्रदर्शन जारी है। महिलाएं शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर यौन शोषण और जमीन के पट्टे कब्जाने का आरोप लगा रही हैं। 

शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर उतरे लोग
संदेशखाली के बेड़मजूर में शेख शाहजहां की गिरफ्तारी की मांग और जमीन हड़पने के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे। जबकि सरकार का कहना है कि संदेशखाली में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। इस बीच, सिंचाई मंत्री पार्थ भौमिक बेड़मजूर में अलग मूड में दिखे। उन्हें कंधे पर पर ढोल बांधकर मुस्कान के साथ कीर्तन टीम के साथ नृत्य करते देखा गया। अब इसकी चारों और आलोचना हो रही है।

मंत्री ने कहा, लोगों का गुस्सा धीरे-धीरे कम हो रहा है। उनकी कई शिकायते हैं। लेकिन, लड़कियों पर क्रूर अत्याचार के जो आरोप उजागर हो रहे थे, वे पूरी तरह से झूठे साबित हुए हैं। अगर जमीन किसी की गई है तो उसे वापस ले लेंगे। सूत्रों के मुताबिक, इसी बीच वहां मौजूद एक महिला ने कहा, इतनी सारी शिकायतें हैं कि मैं इसे बोलकर पूरा नहीं कर पाऊंगी।

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