देश के सबसे बुजुर्ग सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने मुरादाबाद के एक अस्पताल में मंगलवार सुबह को अंतिम सांस ली। उनके निधन पर सपा ने अखिलेश यादव समेत अन्य ने शोक संवेदना जताई। पीएम नरेंद्र मोदी भी सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क की तारीफ कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि 93 साल की उम्र होते हुए भी डॉ बर्क इस सदन में बैठे हैं। सदन के प्रति ऐसी निष्ठा सभी की होनी चाहिए।
सपा ने संभल लोकसभा सीट पर डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क पर फिर से दांव लगाते हुए प्रत्याशी घोषित किया था। डॉ. बर्क तीन बार मुरादाबाद लोकसभा और दूसरी बार संभल लोकसभा सीट से सांसद रहे हैं। वह संभल विधानसभा सीट से चार बार विधायक भी रहे और एक बार प्रदेश सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। डॉ. बर्क सबसे उम्रदराज सांसद होने के साथ ही अब सबसे उम्रदराज प्रत्याशी भी बन गए थे।
डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने 1967 से राजनीति की शुरुआत संभल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर की थी, लेकिन चुनाव हार गए थे। दो वर्ष बाद 1969 में हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वह 1974 में पहली बार विधायक बनें। इसके बाद वह चार बार विधायक चुने गए। 1996 में पहली बार मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से सांसद बनें। इसके बाद वह लगातार पांचवीं बार सांसद रहे। इस बार भी सपा ने बर्क पर ही भरोसा जताया था। वह अपने बयानों को लेकर देशभर में चर्चा में रहे। नए संसद भवन में प्रवेश के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उम्रदराज होने के नाते उनकी प्रशंसा की थी। 93 वर्ष उम्र होने के चलते केबीसी का सवाल भी उनकी उम्र बन चुकी है।
लोकसभा क्षेत्र से लड़े चुनाव की स्थिति
- पहली बार सपा के टिकट पर 1996 में मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से जीते।
- दूसरी बार सपा के टिकट पर 1998 में मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से जीते।
- तीसरी बार सपा के टिकट पर 1999 में मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव हारे।
- चौथी बार सपा के टिकट पर 2004 में मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र से जीते।
- पांचवीं बार बसपा के टिकट पर 2009 में संभल लोकसभा क्षेत्र से जीते।
- छठी बार सपा के टिकट पर 2014 में संभल लोकसभा क्षेत्र से हारे।
- सातवीं बार सपा के टिकट पर 2019 में संभल लोकसभा क्षेत्र से जीते।
- आठवीं बार- 2024 में सपा ने प्रत्याशी बनाया था