प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा इस बार पक्का हो गया। पीएम मोदी औरंगाबाद, बेगूसराय के अलावा पटना में भी एक बड़े कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। सीएम नीतीश कुमार भी मंच पर साथ दिखेंगे। पीएम मोदी का कार्यक्रम इन तीन जिलों में होगा, लेकिन पूरे बिहार से जुड़ी योजनाओं का वह शिलान्यास या उद्घाटन करने आ रहे हैं। वह बिहार में 34,800 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास करेंगे। वह दो मार्च को ढाई बजे औरंगाबाद में रहेंगे और सवा पांच बजे बेगूसराय में बाकी कार्यक्रमों को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री चार ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इनमें दानापुर-जोगबनी एक्सप्रेस (दरभंगा-सकरी के रास्ते), जोगबनी-सहरसा एक्सप्रेस, सोनपुर-वैशाली एक्सप्रेस और जोगबनी-सिलीगुड़ी एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं।
प्रधानमंत्री पटना में यूनिटी मॉल का शिलान्यास करेंगे। 200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित होने वाली इस परियोजना की कल्पना एक अत्याधुनिक सुविधा के रूप में की गई है। मॉल में राज्य, केंद्र शासित प्रदेशों और जिलों के अद्वितीय उत्पादों और शिल्प कौशल का प्रदर्शन होगा। बिहार के प्रत्येक जिले के लिए 38 छोटे स्टॉल यहां होंगे। यूनिटी मॉल स्थानीय उत्पाद, एक जिला एक उत्पाद, जीआई टैग उत्पादों पर केंद्रित होगा।इसके जरिए बिहार के साथ पूरे देश के हस्तशिल्प उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री बिहार में तीन रेलवे परियोजनाएं भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिनमें पाटलिपुत्र से पहलेजा रेलवे लाइन के दोहरीकरण की परियोजना भी शामिल है। बंधुआ-पैमार के बीच 26 किमी लंबी नई रेल लाइन और गया में एक मेमू शेड का भी लोकार्पण होगा। प्रधानमंत्री आरा बाइपास रेल लाइन का भी शिलान्यास करेंगे।
इन परियोजनाओं का प्रधानमंत्री मोदी करेंगे शुभारंभ
- एनएच-227 की 63.4 किमी लंबी दो-लेन वाली सड़क (जयनगर-नरहिया खंड)
- एनएच-131जी पर कन्हौली से रामनगर तक छह लेन की पटना रिंग रोड का खंड
- किशनगंज शहर में मौजूदा फ्लाईओवर के समानांतर 3.2 किमी लंबा दूसरा फ्लाईओवर
- 47 किलोमीटर लंबी बख्तियारपुर-रजौली को चार लेन का बनाना
- NH-319 के 55 किमी लंबे रोड को चार लेन का बनाना।
पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास होगा
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इसमें आमस से ग्राम शिवरामपुर तक 55 किमी लंबे चार लेन पहुंच नियंत्रित ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण शामिल है; शिवरामपुर से रामनगर तक 54 किमी लंबा चार लेन पहुंच नियंत्रित ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग; ग्राम कल्याणपुर से ग्राम बलभदरपुर तक 47 किमी लंबा चार लेन पहुंच नियंत्रित ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग; बलभदरपुर से बेला नवादा तक 42 किमी लंबा चार लेन पहुंच नियंत्रित ग्रीनफील्ड राष्ट्रीय राजमार्ग; दानापुर-बिहटा खंड से 25 किमी लंबा चार लेन एलिवेटेड कॉरिडोर; और बिहटा-कोइलवर खंड के मौजूदा दो लेन से चार लेन कैरिजवे का उन्नयन। सड़क परियोजनाओं से कनेक्टिविटी में सुधार होगा, यात्रा का समय कम होगा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास होगा।
गंगा नदी पर 6 लेन पुल की आधारशिला भी रखेंगे प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री गंगा नदी पर छह लेन पुल की आधारशिला भी रखेंगे जिसे पटना रिंग रोड के एक हिस्से के रूप में विकसित किया जाएगा। यह पुल देश के सबसे लंबे नदी पुलों में से एक होगा। यह परियोजना पटना शहर में यातायात की भीड़ को कम करेगी और बिहार के उत्तर और दक्षिण हिस्सों के बीच तेज और बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी, जिससे पूरे क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री बिहार में नमामि गंगे के तहत लगभग 2,190 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की गई बारह परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। परियोजनाओं में सैदपुर और पहाड़ी में सीवेज उपचार संयंत्र शामिल हैं; सैदपुर, बेउर, पहाड़ी जोन आईवीए के लिए सीवरेज नेटवर्क; करमालीचक में सीवर नेटवर्क के साथ सीवरेज प्रणाली; पहाड़ी जोन V में सीवरेज योजना; और बाढ़, छपरा, नौगछिया, सुल्तानगंज और सोनपुर शहर में अवरोधन, डायवर्जन और सीवेज उपचार संयंत्र। ये परियोजनाएं कई स्थानों पर गंगा नदी में छोड़े जाने से पहले अपशिष्ट जल का उपचार सुनिश्चित करती हैं, जिससे नदी की स्वच्छता को बढ़ावा मिलता है और क्षेत्र के लोगों को लाभ होता है।
पाटलिपुत्र से पहलेजा रेलवे लाइन के दोहरीकरण परियोजना का शुभारंभ
प्रधानमंत्री मोदी बिहार में तीन रेलवे परियोजनाएं भी समर्पित करेंगे। इनमें पाटलिपुत्र से पहलेजा रेलवे लाइन के दोहरीकरण, बंधुआ-पैमार के बीच 26 किमी लंबी नई रेल लाइन, गया में एक मेमू शेड परियोजना शामिल है। प्रधानमंत्री आरा बाईपास रेल लाइन का भी शिलान्यास करेंगे। रेल परियोजनाओं से बेहतर रेल कनेक्टिविटी होगी। लाइन क्षमता और ट्रेनों की गतिशीलता में सुधार होगा और क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
किसानों को किफायती यूरिया उपलब्ध कराएगा बरौनी उर्वरक संयंत्र
बिहार में लगभग 14,000 करोड़ रुपये की तेल एवं गैस क्षेत्र की परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। इसमें 11,400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजना लागत के साथ बरौनी रिफाइनरी के विस्तार की आधारशिला रखना और बरौनी रिफाइनरी में ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी परियोजनाओं का उद्घाटन शामिल है। यह पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन का मुजफ्फरपुर और पटना तक विस्तार किया जाएगा। प्रधानमंत्री बरौनी में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) उर्वरक संयंत्र का उद्घाटन करेंगे। 9500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित यह संयंत्र किसानों को किफायती यूरिया उपलब्ध कराएगा और उनकी उत्पादकता और वित्तीय स्थिरता में वृद्धि करेगा। प्रधानमंत्री करीब 3917 करोड़ रुपये की कई रेलवे परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। इनमें राघोपुर-फारबिसगंज गेज परिवर्तन की परियोजना शामिल हैं। मुकुरिया-कटिहार-कुमेदपुर रेल लाइन का दोहरीकरण, बरौनी-बछवारा तीसरी और चौथी लाइन के लिए परियोजना, कटिहार-जोगबनी रेल खंड का विद्युतीकरण परियोजनाएं यात्रा को और अधिक सुलभ बनाएंगी और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगी।