15 जनवरी को रिलीज हुई वेब सीरीज ‘तांडव’ शुक्रवार को रिलीज हो गई, लेकिन रिलीज होते ही इस पर विवाद गहरा गया है। आरोप ये है कि सीरीज के जरिए हिन्दू देवी-देवताओं को अपमानित किया गया है। एक तरफ जहां भाजपा ने इस सीरिज को बैन करने की मांग की है। वहीं इसपर राजनीतिक बयानबाजी का भी दौर शुरू हो गया है।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तांडव पर दर्ज हुई एफआईआर के बहाने एक बार फिर योगी सरकार पर निशाना साधा है। इसपर मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उनसे पूछा है कि आखिर हर बार हिंदू धर्म ही क्यों निशाने पर आता है।
नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ‘जो भी विषय हिंदू धर्म के खिलाफ होता है उस पर अखिलेश यादव जैसे लोग तांडव करते हैं। मेरा उनसे सवाल है कि आज तक जितनी भी फिल्में बनी हिंदू धर्म के अलावा कभी किसी धर्म पर टिप्पणी की गई क्या? आखिर हिंदू धर्म ही हर बार क्यों निशाने पर आता है, इस पर कोई तांडव करता है और हम विरोध करते हैं तो उन्हें क्यों बुरा लगता है इसका जवाब उन्हें देना चाहिए।’
अखिलेश ने योगी सरकार पर कसा था तंज
आपको बता दें कि बीते दिन अखिलेश ने ‘तांडव’ के बहाने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से सवाल किया कि आखिर तांडव पर ही बवाल क्यों हो रहा है? आप सबने मिर्जापुर सीरीज देखी है। मिर्जापुर में कितनी शिष्टाचार भाषा थी? ऐसी शिष्टाचार वाली भाषा उत्तर प्रदेश में कहां बोली जाती है, मिर्जापुर की इससे कितनी बदनामी हो रही है। लेकिन तब सरकार और भाजपा के लोग चुप बैठे रहे।
अखिलेश ने आगे कहा, ‘किसानों का भाजपा से मोहभंग हो गया है। उन्हें विश्वास हो गया है कि उनके साथ किए गए वादे कभी पूरे नहीं होंगे। किसान को फसल की लागत का ड्योढ़ा मूल्य नहीं मिला। एमएसपी और आय दोगुनी करने के नारे थोथे सिद्ध हो चुके हैं। भाजपा किसानों के मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए तांडव पर ‘तांडव’ करा रही है।’