रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं पलटा नहीं हूं, इसे पलटना नहीं, पटखनी देना कहते हैं। मल विद्या वह थोड़ी बहुत जानते हैं, मैं भी जानता हूं। चौधरी चरण सिंह के नाम पर वोट मांगने वाले, उन्हें भारत रत्न मिलने के बाद खुश दिखाई नहीं दिए हैं। हम लोगों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक बयान में रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह पर कटाक्ष किया था। बुधवार को मुजफ्फरनगर में शाहपुर के राष्ट्रीय इंटर कॉलेज के मैदान पर भाजपा-रालोद की जनसभा में रालोद अध्यक्ष ने पलटवार किया।उन्होंने कहा कि मैंने कम समय की राजनीतिक यात्रा में बहुत सारे नेताओं को देखा और उनके साथ काम करने का मौका मिला। देश के मानचित्र में जितने बड़े नेता है, वह भी कभी न कभी चौधरी चरण सिंह के आशीर्वाद के साथ जनता के बीच गए थे।
लेकिन अब एक मौका ऐसा मिला कि दूध का दूध और पानी का पानी हो गया। जो लोग कल परसों तक वोट लेने के लिए चौधरी चरण सिंह का नाम लेते थे, जब भारत रत्न दिया गया तो उन्हें कोई खुशी नहीं हुई। किसान-मजदूरों से कहा कि उनके सोशल मीडिया पर जाकर देखें, कोई बयान भारत रत्न पर नहीं दिया, उन्हें कोई खुशी नहीं है। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि क्या बोले, स्वागत भी नहीं कर पाए।
वो गाली दे लें, मैं व्यक्तिगत हमला नहीं करूंगा : जयंत
रालोद अध्यक्ष ने यह भी कहा कि कल परसों की बात है, यूपी के मुख्यमंत्री रहे, उनका भी एक बयान देखा। मैं अब तक कुछ बोला नहीं हूं, व्यक्तिगत बात बोलूंगा भी नहीं। वह गाली-गलौज करना चाहते तो चार गाली फालतू दे लें। कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं आपके साथ हूं।