स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर बोला हमला- अमेठी के लोगों ने 15 साल तक ऐसे सांसद को ढोया

लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा ने यादवों के वोटों में सेंधमारी करनी शुरू कर दी है। शुक्रवार को गौरीगंज विधानसभा के डेढ़ सौ अधिक ग्राम प्रधान, पूर्व ग्राम प्रधान और यादव समाज के संभ्रात व्यक्ति भाजपा में शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपने आवास पर आयोजित कार्यक्रम में सभी को गमछा पहनाकर पार्टी की सदस्यता दिलाई।

इस दौरान सांसद स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि अमेठी में भी कोरोना की भयंकर स्थिति आई थी यह लोग अमेठी को अपना परिवार कहते रहे लेकिन कांग्रेस परिवार से कोई नहीं आया। क्या मुझे डर नहीं लगा मैं भी गांव-गांव घूमी थी। मेरा भी परिवार है तो जिन्होंने इतने साल परिवार कहा वह क्यों नहीं आए। वर्षों से उन्होंने जिस तरह की राजनीति की है परिवार को तोड़ने का काम किया है तो हम सबको एकजुट होकर अमेठी के सम्मान के लिए और अमेठी के उत्थान के लिए यह चुनाव लड़ना है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमने तो लोगों को रंग बदलते देखा है यह तो परिवार बदल रहे हैं। वायनाड में भाषण के दौरान वह कह रहे हैं कि वायनाड के लोग ज्यादा वफादार हैं तो हम क्या हुए फिर 15 साल गायब रहे हमारा कोई काम किया नहीं। उन्होंने कहा कि अमेठी के लोगों ने 15 साल तक एक निकम्मे सांसद को ढोया और अब वो अमेठी के लोगों पर तोहमत लगा रहे हैं। आज मैं यह बहुत सम्मान से आपसे कहती हूं कि अमेठी के सम्मान के लिए यह चुनाव है। अमेठी के संरक्षण के लिए यह चुनाव है। हर परिवार को फ्री में वैक्सीन मिली, फ्री में राशन मिल रहा है और किसानों को 6 हजार बैंक के खाते में मिल रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि वह अपने लिए लड़ रहे हैं हम अपनों के लिए लड़ रहे हैं। मैं आप लोगों के मध्य में हूं अपने परिवार के बीच में हूं, अपने गांव के लोगों के बीच में हूं। शायद मैं पहली सांसद हूं जिसने अमेठी में अपना घर भी बनाया और अमेठी की वोटर भी हूं। अमेठी से बड़े-बड़े नेता होकर गए लेकिन मैं शायद पहली सांसद हूं जो आपके गांव में खड़ी होकर आपकी नाली भी साफ कराती हूं और बहन का रिश्ता निभाया है। केंद्रीय मंत्री ने सरकार की उपलब्धियों का बखान किया।

परिवार बदलते पहली बार देखा
इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति जूबिन ईरानी ने पूर्व सांसद राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला। आवास पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि राहुल गांधी ने वायनाड से नामांकन किया। इसके बाद घोषित कर दिया कि वायनाड मेरा परिवार है। वहां तक तो ठीक था लेकिन कांग्रेस के एक नेता ने भाषण दे दिया कि राहुल गांधी से जब पूछा गया कि वायनाड से क्यों लड़ रहे हैं तो राहुल गांधी ने कहा कि वायनाड के लोग ज्यादा वफादार हैं।

इस पर सवाल उठाते हुए केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि फिर हम क्या है? अमेठी ने ऐसे सांसद को ढोया, जिसने काम नहीं किया, जीतने का बाद भी गायब रहा और अब अमेठी की वफादारी पर तोहमत लगा रहा है। केंद्रीय मंत्री ने वहां पर मौजूद लोगों से कहा कि आप सभी ने तो वफादारी निभाई थी, परिवार माना था। कहा कि मैंने लोगों को रंग बदलते देखा है लेकिन परिवार बदलते पहली बार राहुल गांधी को देखा है।

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