देशभर में चर्चाओं में रहे मुजफ्फरनगर में टाइमर बम बरामद होने के मामले में शासन के आदेश पर जांच पड़ताल कर देवबंद एटीएस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट लगाई है, जिसे जल्द कोर्ट में दाखिल किया जाएगा।
मुजफ्फरनगर में 16 फरवरी को एसटीएफ की मेरठ टीम ने शहर कोतवाली के मिमलाना रोड निवासी जावेद पुत्र जरीफ को काली नदी पुल के पास से चार टाइमर बोतल बम के साथ गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में उसने टीम को बताया था कि उसने यह बम जनपद शामली के गांव बंतीखेड़ा की मूल निवासी तंत्र विद्या का काम करने वाली इमराना पत्नी आजाद के कहने पर बनाए थे। इमराना वर्तमान में शहर की प्रेमपुरी में परिवार सहित रहती है। उसने एडवांस में दस हजार रुपये दिए थे। बाकी के 40 हजार रुपये बाद में देना तय किया था।
एसटीएफ ने इमराना को भी गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। दोनों से एनआईए व आईबी की टीम ने भी आकर शहर कोतवाली में तीन दिन तक पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेज दिया था।
शहर कोतवाली पुलिस ने जावेद को रिमांड पर भी लेकर पूछताछ की थी। लेकिन पुलिस जावेद व इमराना से कुछ भी महत्वपूर्ण जानकारी नहीं प्राप्त कर सकी थी। इस मामले की जांच शहर कोतवाली पुलिस कर रही थी। अप्रैल माह में शासन ने इस मामले की जांच एटीएस देवबंद को सौंप दी गई थी। एटीएस ने चार्जशीट लगा दी है।
सीओ सिटी आईपीएस व्योम बिंदल ने बताया कि एटीएस ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी है। जिसे जल्द कोर्ट में दाखिल किया जाएगा।