गुजरात क्राइम ब्रांच द्वारा कुछ दिन पहले खुफिया इनपुट्स के बाद गिरफ्तार किए गए मौलवी मोहम्मद सोहेल उर्फ अबू बकर तीमोल से पूछताछ के दौरान कई खुलासे हुए हैं।
अबू बकर की हिट लिस्ट में पंजाब के कई हिंदू नेता थे। जिसमें सबसे ऊपर शिवसेना पंजाब के अमित अरोड़ा का नाम बताया जा रहा है। कट्टरपंथियों के खिलाफ अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में रहने वाले हिंदू नेता अमित अरोड़ा पर पहले भी आतंकी हमला हो चुका है। उन्हें लगातार कट्टरपंथियों के साथ साथ आतंकियों की धमकियां भी मिलती रही हैं। वह कई केसों में एनआईए की तरफ से गवाह भी बनाए हुए हैं। इसके बाद उनकी सुरक्षा में मुलाजिम थी तैनात है। अबू बकर के खुलासे के बाद खुफिया एजेंसियां ओर भी अलर्ट हो गई हैं।
अमित अरोड़ा को मारने के लिए मिली थी बड़ी रकम
गुजरात क्राइम ब्रांच द्वारा खुफिया एजेंसियों की इनपुट्स के बाद अबू बकर को गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद पता चला कि हिंदू नेता अमित अरोड़ा को जान से मारने के लिए उसे बड़ी रकम भी मिलने की आशंका जताई जा गई है। जिसके बारे में गुजरात क्राइम ब्रांच की टीम लगातार जांच करने में जुटी है।
अमित अरोड़ा ने बताया कि उन्हें पुलिस के उच्चाधिकारियों की तरफ से यह जानकारी दी गई है। लेकिन वह कट्टरपंथियों के खिलाफ बोलने में नहीं रुकेंगे। अमित अरोड़ा ने कहा कि पहले भी कई लोगों की हिट लिस्ट में उनका नाम आ चुका है। इसके बाद भी प्रशासन को उनकी चिंता नहीं है। उनकी सुरक्षा में छह मुलाजिम तो तैनात है, लेकिन सभी उनके साथ होते है तो उनके परिवार की सुरक्षा नहीं हो पाती। उन्हें अपनी नहीं बल्कि परिवार की चिंता है। वह कई बार पंजाब के डीजीपी से मिल गाड़ी बदलने की मांग कर चुके है। उनकी सुरक्षा में तैनात गाड़ी भी काफी कंडम हो चुकी है। उनके घर के बाहर भी सुरक्षा की मांग कर चुके है। अमित अरोड़ा ने आरोप लगाया कि ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस उन्हें बचाने के बजाय उसकी हत्या करवाना चाहती है।