आसमान से बरस रही आग और लू के थपेड़ों से जनजीवन प्रभावित है। इसके साथ ही बढ़ते पारे ने सोमवार को दमकल विभाग के कर्मचारियों को भी दिनभर दौड़ाए रखा। जम्मू में 42 डिग्री के पार पहुंचे पारे के बीच जम्मू संभाग में छोटी-बड़ी कुल मिलाकर 40 जगहों पर आग लगने की घटनाएं हुईं। राजोरी के दहराल में तीन दिन बाद जंगल फिर धधक उठा। पुंछ के मेंढर में एलओसी पर स्थित कृष्णा घाटी सेक्टर में सीमा पार से लगी आग भारतीय क्षेत्र में आ पहुंची है। इससे सोमवार को लगातार दूसरे दिन बारूदी सुरंगों में धमाके होते रहे।
उधर, जम्मू शहर के सुपर स्पेशएलिटी अस्पताल एवं एसएसबी कार्यालय के पास और बीसी रोड के नाले में झाड़ियों में सोमवार को आग लग गई। हालांकि इसे आसपास फैलने से रोका गया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद दो दमकल वाहनों की मदद से आग पर काबू पाया गया। शहर के रूपनगर क्षेत्र में एक झुग्गी में आग लग गई। इससे झुग्गी में रखा सामान जल गया।
सिद्दड़ा में एक समारोह में खाना बनाते वक्त सिलेंडर में आग लग गई, जिससे एक व्यक्ति भी झुलस गया। उसे जीएमसी में भर्ती कराया गया है। रेजीडेंसी रोड स्थित डीपीसी स्कूल के बाहर एक बिजली ट्रांसफार्मर के नीचे खड़ी कार में आग लग गई। ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारियां इसके ऊपर आ गिरीं, इससे कार पूरी तरह से जल गई। जानकारी के अनुसार जम्मू के अलावा सांबा, कठुआ और विजयपुर में भी आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं।
देर शाम तक अधिकतर आग पर काबू पाया गया
पुंछ। मेंढर में भारत पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर स्थित कृष्णा घाटी सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में स्थित जंगलों में नियंत्रण रेखा के उस पार से आई आग सोमवार दूसरे दिन भी दिन भर जारी रही। इसके चलते आज भी नियंत्रण रेखा पर बारूदी सुरंगों में विस्फोट होता रहा। हालांकि इस आग पर काबू पाने के लिए दिन भर सेना एवं वन विभाग के कर्मचारी जी जान से जुटे रहे।
देर शाम तक अधिकतर क्षेत्र में आग पर काबू पा लिया था। इसके बावजूद सेना और वन विभाग पूरी तरह से सतर्क हैं कि कहीं आग दोबारा से न भड़क उठे। गौरतलब है कि रविवार देर शाम को जिले के कृष्णा घाटी सेक्टर में भारत पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के अग्रिम क्षेत्र स्थित जंगलों को पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र से लगाई गई आग ने चपेट में ले लिया था। इस कारण पिछले काफी दिनों से बने हुए खुष्क मौसम के चलते आग तेजी से बढ़ते हुए नियंत्रण रेखा पर दुश्मन की घुसपैठ को रोकने के लिए बनाई गई माइन फील्ड तक पहुंच गई थी।
इससे वहां दबाई गई बारूदी सुरंगें आग की गर्मी से फटने लगी थी और उनमें जोरदार विस्फोट होने लगे थे, जिनकी आवाजें नियंत्रण रेखा के आस पास के क्षेत्रों में सुनाई दे रही थी। कल देर शाम को इस पार आई आग आज देर शाम तक बदस्तूर जारी रही। इसके चलते आज भी दर्जनों बारूदी सुरंगों में विस्फोट हुआ। परंतु सेना एवं वन विभाग ने कड़े प्रयासों से आग पर काबू पाने में सफलता हासिल कर ली।