दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 9 दिन बाद आखिरकार राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है। सीएम आवास में स्वाति की पिटाई के आरोप पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है कि वह इस मामले में निष्पक्ष जांच और न्याय चाहते हैं। अरविंद केजरीवाल के इस बयान के कई मायने निकाले जा सकते हैं।
पहले तो संजय सिंह ने इस मामले पर प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था, “अरविंद केजरीवाल के पूर्व निजी सचिव बिभव कुमार ने सीएम आवास पर स्वाति के साथ दुर्व्यवहार किया। केजरीवाल जी भी उस वक्त वहां मौजूद थे। बिभव कुमार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
क्या बोले केजरीवाल
संजय सिंह के बयान के दो दिन बाद केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी ने अपने प्रेस कांफ्रेंस में पूरा मामला ही पलट दिया और कहा, “स्वाति मालीवाल ने बिभव कुमार के साथ बदसलूकी की, उन्हें गाली दी और यह सब काम वो बीजेपी के कहने पर कर रही हैं। जिस वक्त यह घटना घटी केजरीवाल वहां मौजूद ही नहीं थे।” आतिशी के बयान के बाद सवाल उठने लगे की या तो संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में झूठ बोला था या खुद वो झूठ बोल रहीं है। क्योंकि दोनों सही कैसे हो सकता है।
अब इस पूरे मामले पर केजरीवाल ने कहा है कि इसके दो पक्ष हैं। उन्होंने कहा, “मामला अभी कोर्ट में लंबित है और उनका बयान कार्यवाही को प्रभावित कर सकता है। लेकिन मैं उम्मीद करता हूं कि सही जांच होगी। न्याय होना चाहिए। घटना को लेकर दो पक्ष हैं। पुलिस को दोनों पक्षों की जांच ठीक से करनी चाहिए और न्याय करना चाहिए।’ केजरीवाल से जब यह पूछा गया कि क्या घटना के वक्त वह अपने आधिकारिक आवास में मौजूद थे? तो सीएम ने कहा, ‘हाँ, मैं घर में था, लेकिन मैं मौके पर नहीं था।’ बता दें कि मालीवाल ने भी दावा किया था कि जब बिभव ने उन्हें लात मारी, उनपर मुक्के बरसाए, उनकी पिटाई की उस वक्त अरविंद केजरीवाल अपने आवास में ही मौजूद थे।