तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस के जम्मू-पुंछ हाईवे पर अखनूर में सड़क से फिसलकर 150 फीट गहरी खाई में खाई में गिर गई। इस भीषण हादसे में 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि 72 घायल हैं। घायलों को इलाज के लिए जीएमसी जम्मू में भर्ती कराया गया। मरने वालों में दो बच्चियां भी शामिल हैं। यह बस श्रद्धालुओं को लेकर शिवखोड़ी जा रही थी।
घायलों में शामिल 12 लोगों को अखनूर उपजिला अस्पताल में दाखिल किया गया था, जिन्हें देर रात जीएमसी जम्मू रेफर किया गया। इसके साथ ही सभी पार्थिव शरीरों को भी जीएमसी जम्मू रेफर कर दिया गया है। जीएमसी में शवों की चिकित्सा एवं कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
यूपी से जीएमसी जम्मू पहुंचे परिजन
हादसे की खबर पाने के बाद घायलों और मृतकों के परिजन कल ही यूपी से रवाना हो गए। जीएमसी जम्मू में कई परिजन पहुंच चुके हैं। उनकी आंखें पानी से भरी हुई हैं। किसी ने इस हादसे में अपना बेटा खो दिया है तो किसी ने भाई। किसी के जीवनसाथी ने साथ छोड़ दिया है तो किसी का पूरी परिवार ही दुनिया को अलविदा कह गया है।
शवगृह के बाहर यूपी से कई परिजन पहुंचे हुए हैं। जीएमसी के विभिन्न वार्डों में हादसे में घायल हुए दर्जनों यात्रियों का इलाज चल रहा है। इसमें 6 की हालत गंभीर बताई जा रही है। यात्रियों की देखभाल और पोस्टमार्टम प्रिक्रया के लिए के लिए जीएमसी और जिला प्रशासन जुटा हुआ है।
जम्मू कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर चेक पोस्ट के 6 अधिकारी निलंबित
जम्मू-कश्मीर परिवहन विभाग ने प्रदेश के प्रवेशद्वार लखनपुर में तैनात छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। अखनूर बस हादसे को लेकर यह कार्रवाई की गई है। इस ओवरलोड बस को प्रदेश में प्रवेश देने के लिए कथित तौर पर कर्तव्यहीनता को लेकर यह एक्शन लिया गया है।
एक आदेश के अनुसार, लखनपुर चेक पोस्ट के मोटर वाहन निरीक्षक और एक कनिष्ठ सहायक सहित छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है और कर्तव्यहीनता की जांच लंबित रहने तक परिवहन आयुक्त के कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
निलंबित अधिकारियों में मोटर वाहन निरीक्षक राजीव भसीन, कनिष्ठ सहायक सुमित मंगोत्रा और चार मल्टी टास्किंग स्टाफ अश्विनी कुमार, केशव सिंह, अमन कुमार और राकेश कुमार शामिल हैं।
सचिव ने गहन जांच के भी आदेश दिए हैं और आरोपों की जांच के लिए अतिरिक्त सचिव (तकनीकी) परमवीर सिंह को नियुक्त किया है। आदेश के अनुसार, जांच अधिकारी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा गया है।
मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
इस हादसे को लेकर मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश जारी किए गए हैं। एसडीएम जम्मू दुर्घटना के कारणों की जांच कर सात दिन में रिपोर्ट देंगे। डीएम सचिन कुमार वैश्य ने कहा, जिला प्रशासन स्थिति पर बारिकी से नजर बनाए हुए हैं।

सभी यात्री उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, हाथरस, मथुरा, राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले हैं। हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू व उप राज्यपाल मनोज सिन्हा,कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
अखनूर अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों में से एक अमर चंद ने बताया, वीरवार दोपहर करीब 12.35 बजे 57 सीटर बस (यूपी 81सीटी-4058 ) हरियाणा के कुरुक्षेत्र से श्रद्धालुओं को लेकर रियासी जिले के पौनी इलाके में शिव खोड़ी मंदिर कीओर जा रही थी। बस अखनूर के चौकी चोरा बेल्ट में तुंगी-मोड़ पर पहुंची, उसी समय विपरीत दिशा से एक तेज रफ्तार कार आ रही थी।
चालक ने मोड़ पर नियंत्रण खो दिया
बस चालक ने मोड़ पर नियंत्रण खो दिया परिणामस्वरूप बस सीधा खाई में जा गिरी। हादसा होते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। वहां से गुजर रहे लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस और सेना की टीम मदद के लिए तत्काल पहुंच गई। स्थानीय लोगों के सहयोग से बचाव कार्य शुरू किया गया। खाई गहरी होने के कारण बचाव कार्य में काफी परेशानी आ रही थी।

बचाव टीम रस्सियों के सहारे नीचे उतरी और बसों में फंसे घायलों को निकाला। घायलों को अखनूर में प्राथमिक उपचार के बाद जीएमसी जम्मू रेफर कर दिया गया। शवों को अखनूर उपजिला अस्पताल भेज दिया गया है। इन लोगों ने उत्तर प्रदेश से अपनी यात्रा शुरू की थी। जम्मू के एसएसपी विनोद कुमार और उपायुक्त सचिन वैश्य ने जीएमसी पहुंच कर घायलों के बारे में जानकारी ली।
छह की हालत गंभीर
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज जम्मू के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष गुप्ता ने बताया, 47 से अधिक यात्रियों को जीएमसी अस्पताल लाया गया है। इनमें से छह की हालत गंभीर है। मरीजों को समय पर उपचार दिया जा रहा है।