रियासी में आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों की तलाश मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है। पुलिस, एसओजी, सीआरपीएफ, सेना की टीमें तलाशी अभियान में जुटी हुई हैं। सुरक्षा कर्मियों की 11 टीमें बनाई गई हैं। खोजी कुत्तों के साथ ही ड्रोन की मदद से पहाड़ और जंगल का चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है।
रियासी के पोनी-त्रेयाथ बेल्ट के चारों ओर बहु-दिशात्मक घेराबंदी की गई है। जिले के साथ ही आसपास के जिलों में भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है। इसी बीच सूचना मिली है कि पुलिस ने पूछताछ के लिए 20 से अधिक लोगों को उठाया। उनसे पड़ताल की जा रही है।विज्ञापन

सुरक्षा बलों ने जम्मू और राजोरी जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और आतंकवादी हमले के बाद से ही तलाशी अभियान जारी है। रविवार को हुए आतंकियों ने रियासी के पौने की त्रेयाथ गांव के पास शिवखोड़ी धाम से वापस कटड़ा जा रही बस पर हमला किया। उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली से तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस गोलीबारी के बाद एक गहरी खाई में गिर गई। हमले में नौ लोगों की मौत हो गई और करीब 41 लोग घायल हो गए।
उधमपुर-रियासी रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक रईस मोहम्मद भट ने कहा कि सुरक्षा बलों को कुछ सुराग मिले हैं। जांच आगे बढ़ाई जा रही है। पुलिस, सेना और सीआरपीएफ की 11 टीमें आतंकवादियों की तलाश में जुटे हुए हैं।

एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘इलाके में और उसके आसपास तलाशी अभियान चल रहा है, जिसमें सुरक्षा कर्मियों की टीमें काम कर रही हैं। इसके अलावा (पोनी-त्रेयथ) बेल्ट के चारों ओर एक बहु-दिशात्मक घेरा बनाया गया है।’
अधिकारियों ने कहा कि हमले में घायल हुए लोगों के बयानों के आधार पर इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि घटनास्थल पर कोई चौथा व्यक्ति भी मौजूद था, जो तीनों आतंकवादियों को निर्देश दे रहा था।

सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बलों को संदेह है कि पाकिस्तानी आतंकवादी राजोरी और रियासी के पहाड़ी इलाकों में छिपे हुए हैं और उन्होंने क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।
सूत्रों ने कहा कि वे सुरक्षित संचार के माध्यम से पाकिस्तान की आईएसआई से निर्देश ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि ऐसी खबरें हैं कि एक स्थानीय ओवरग्राउंड वर्कर समेत चार आतंकवादी इस हमले में शामिल थे। यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर अबु हमजा के निर्देश पर किया गया।
ड्रोन और खोजी कुत्तों समेत निगरानी उपकरणों से लैस सुरक्षाकर्मियों ने सोमवार को बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया। इलाके में आवाजाही पर नजर रखने के लिए एक हेलिकॉप्टर को भी सेवा में लगाया गया। हमले में घायल हुए 41 लोगों में से 10 को गोली लगी है।
बस चालक विजय शर्मा की कई गोलियां लगने से मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि बस में विभिन्न स्थानों पर 11 गोलियों के निशान पाए गए। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) और फोरेंसिक विभाग की टीमों ने हमला स्थल का दौरा किया और मौके से साक्ष्य जुटाए हैं।