किचन से फैली आग, बचने के लिए खिड़कियों से लगा दी छलांग…पर मौत से न बचे भारतीय

कुवैत की एक इमारत में भीषण अग्निकांड से हड़कंप मचा है. इस हादसे में 40 भारतीयों की दर्दनाक मौत हो गई है. हादसे ने सरकार को भी झकझोर दिया है. जिन लोगों की मौत हुई है, उनके घरों में मातम पसरा है. इस हादसे में 30 से अधिक मजदूर घायल भी हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक कुवैत के मंगाफ शहर की जिस इमारत में आग लगी थी, उसमें करीब 160 से ज्यादा मजदूर रहते थे. इन मजदूरों में ज्यादातर भारतीय हैं.

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने फौरन एक्स पर घटना के बारे में लिखा और गहरा अफसोस व्यक्त किया है. उन्होंने मृतकों के परिवार जनों के लिए गहरी संवेदना व्यक्त की. कुवैत में भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर (+965-65505246) जारी कर दिया है और लोगों से अनुरोध किया है कि वे घटना से संबंधित जानकारी हासिल कर सकते हैं. जानकारी के मुताबिक जिस बिल्डिंग में हादसा हुआ उस पर यहां रह रहे मजदूरों का मानो कब्जा था. कुवैत सरकार की तरफ से तो ये भी कहा गया है कि इस इमारत का मालिक भारत का मलयाली परिवार से ताल्लुक रखने वाला है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है. इमारत का मालिक भारतीय होने की वजह से यहां ज्यादातर भारतीय मूल के मलयाली श्रमिक रहते थे.

जान बचाने के लिए इमारत से कूदे लोग

कुवैत के गृहमंत्री शेख फहद अल युसूफ ने लोकल मीडिया के जरिए बताया है कि जिस इमारत में हादसा हुआ, उसमें ज्यादातर मजदूर अवैध तौर पर रह रहे थे. हादसे वाली बिल्डिंग के मालिक का नाम केजी अब्राहम है. वह पेशे से व्यवसायी है. वह खुद केरल का रहने वाला है और उस इमारत में रहने वाले ज्यादातर मजदूर केरल और तमिलनाडु के हैं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक यहां रह रहे ज्यादातर मजदूर बिल्डिंग निर्माण, चौकीदारी और रीयल इस्टेट के पेशे से जुड़े थे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आग से बचने के लिए कई भारतीय मजदूर इमारत की पांचवीं मंजिल से कूद गए. जिससे उनकी मौत हो गई.

क्षमता से अधिक मजदूर रहते थे

स्थानीय प्रशासन इमारत में इस अग्निकांड की जांच में जुट गया है. हालांकि स्थानीय पुलिस ने बताया है कि हादसे वाली इमारत में अक्सर जरूरत से ज्यादा भीड़ देखी गई थी. पूरा क्षेत्र विदेशी मजदूरों से भरा हुआ था. पुलिस के मुताबिक भीड़ को देखते हुए वहां लोगों को बार-बार किसी अनहोनी को लेकर आगाह किया गया था. पुलिस ने बताया है कि एक कमरे में अधिक लोगों के रहने पर उन्हें समय-समय पर चेतावनी भी जारी की गई थी.

किचन से फैली आग

कुवैत मीडिया के मुताबिक हादसे वाली इमारत का निर्माण NBTC कंपनी के बैनर तले किया गया था. यह कुवैत का सबसे बड़ा कंस्ट्रक्शन ग्रुप है. इस बिल्डिंग में रहने वाले ज्यादातर लोग इसी कंपनी के लिए काम करते थे. कुवैत समाचार माध्यमों के मुताबिक सुबह 6 बजे बिल्डिंग की छठी मंजिल के रसोई में सबसे पहले आग लगी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है साथ ही सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है.

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