दिल्ली में पानी की आपदा के बीच नेता अपने लिए खोज रहे अवसर: एलजी सक्सेना

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पानी की कमी को लेकर एक बयान जारी किया है। वहीं आज आतिशी के अनशन का दूसरा दिन है। आप सांसद, विधायक व पार्षद भी उनका साथ दे रहे हैं। दावा है कि जब तक दिल्ली का जल संकट दूर नहीं होता, अनशन जारी रहेगा।

दिल्ली में पानी की मांग को लेकर जल मंत्री आतिशी के अनशन पर उपराज्यपाल ने निशाना साधा है। आतिशी के अनशन पर राजनिवास की ओर से कहा गया है कि कई मौकों पर मुख्यमंत्री को सलाह दी थी कि वह अपने प्रशासन में सुधार लाएं। लेकिन दिल्ली सरकार विपक्ष की तरह हर मुद्दे पर राजनीति कर रही है।

आप सरकार के गलत व्यवहार के कारण हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में ऐसे भी मामले दर्ज हुए हैं। इससे पूरी मशीनरी प्रभावित होती है। साथ ही काम भी प्रभावित होता है। 

पड़ोसी राज्य नियम के तहत पानी उपलब्ध करवा रहे हैं। उत्तर भारत इस समय भीषण गर्मी की चपेट में है और सभी जगह पानी की समस्या चल रही है। लेकिन दिल्ली सरकार इस पर भी राजनीति कर रही है। 

पानी की कमी को दूर करने के लिए दिल्ली सरकार ने ऋषभ को ठीक नहीं किया। पुरानी पाइपलाइन को नहीं बदला गया। पानी चोरी की रोकथाम नहीं की गई। सरकार के अपने आर्थिक सर्वेक्षण से पता चलता है कि दिल्ली में 54 फीसदी पानी का हिसाब होता है और इस पानी का हिसाब भी नहीं है।

शुक्रवार को अनशन शुरू करने से पहले आतिशी ने राजघाट में महात्मा गांधी की समाधि में पुष्प अर्पित कर श्रृद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और पार्टी के अन्य नेता मौजूद रहे। इसके बाद वह केजरीवाल के परिवार से मुलाकात करने उनके आवास पर पहुंचीं। यहां से निकलने के बाद वह अनशन स्थल पर पहुंचीं और अनशन शुरू कर दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here