बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद पर विश्वास जताया है और उन्हें राष्ट्रीय संयोजक का पद दिया है. यही नहीं, उन्हें दोबारा अपना राजनैतिक उत्तराधिकारी घोषित किया है. मायावती ने पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की रविवार को बैठक बुलाई थी. बैठक के शुरुआत में बसपा सुप्रीमो ने अपने भतीजे के सिर पर हाथ रखा था, जिसके बाद से कयास लगने शुरू हो गए थे कि वह कोई बड़ा फैसला लेने वाली हैं. उन्होंने अपने भतीजे को पहले से ज्यादा मजबूत किया है.
मायावती ने बैठक में आकाश आनंद को राष्ट्रीय संयोजक बनाने का फैसला लिया है.इस बैठक में राष्ट्रीय पदाधिकारी सहित हर प्रदेश के पार्टी अध्यक्ष शामिल हुए. आकाश आनंद को बसपा में बड़ी जिम्मेदारी मिलने की बात तभी से कही जाने लगी जब उन्हें उत्तराखंड के उपचुनाव में पार्टी का स्टार प्रचारक बनाया गया. पार्टी ने मायावती के बाद लिस्ट में उन्हें दूसरे नंबर पर रखा.
इससे पहले मायावती ने 7 मई को लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के बाद उनकी अपरिपक्वता का हवाला देते हुए पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक के पद से आकाश आनंद को हटा दिया था. इसके बाद उनके प्रचार कार्यक्रम रद्द कर दिए गए थे. लोकसभा चुनाव के नतीजे आए तो बसपा का निराशाजनक प्रदर्शन देखने को मिला. पार्टी को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हो सकी. इसको लेकर कहा गया कि आकाश को प्रचार करने से रोक दिया, जिसकी वजह से पार्टी का प्रदर्शन खराब हो गया.
वहीं, बसपा के लिए आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) की बढ़ती सक्रियता चुनौती बनती जा रही है. नगीना सीट से जीतने वाले चंद्रशेखर आजाद दलित समाज के उत्थान के लिए राजनीति करते आए हैं. यही, समाज मायावती का कोर वोटर रह है. पार्टी का मानना है कि आकाश आनंद युवाओं के बीच अपनी अच्छी पकड़ बना रहे हैं.