भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया पर एक बार फिर नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी ने अस्थाई बैन लगा दिया है। इससे पहले भी नाडा ने बजरंग को बैन किया था लेकिन इस महीने की शुरुआत में यह बैन हटा दिया गया। बजरंग पर इस बार न सिर्फ बैन लगाया गया है बल्कि नोटिस जारी करके जवाब भी मांगा गया है।
बजरंग पूनिया पर फिर लगा बैन
बिश्केक में हुए एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर के लिये पुरूष टीम के चयन ट्रायल 10 मार्च को सोनीपत में हुए थे। बजरंग को ट्रायल में हार मिली थी। हालांकि उन्होंने यहीं पर डोप अधिकारियों को सैंपल देने से पहले इनकार कर दिया था। इसी कारण पूनिया को सस्पेंड किया गया था। इसके बाद बजरंग पूनिया ने बताया था कभी नमूना देने से इनकार नहीं किया। उन्होंने नाडा के अधिकारियों से सवाल किया था कि दिसंबर 2023 में उनके नमूने लेने के लिए उनके घर पर एक्सपायर्ड किट क्यो भेजी गई थी। अधिकारियों ने जवाब नहीं दिया था जिसके बाद बजरंग ने सैंपल नहीं दिया।
बजरंग को दिया गया नोटिस
पूनिया को ‘नोटिस ऑफ चार्ज’ दिया गया जिसका जवाब उन्हें 11 जुलाई तक देना है। बजरंग ने टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। हालांकि वह इस बार ओलंपिक खेलने नहीं जाएंगे। न तो वह खुद अपने भारवर्ग में कोटा ला पाया है और न ही कोई पहलवान। ऐसे में बजरंग की ओलंपिक जाने की उम्मीदें टूट गई। अगर बजरंग कोटा लाते तो भी इस बैन के चलते उनका पेरिस खेलों में हिस्सा लेना मुश्किल होता।
बजरंग को भेजे गए नोटिस में कहा गया है, ‘डीसीओ ने आपको डोप टेस्ट के लिए यूरिन सैंपल मांगा था। डीसीओ द्वारा किए गए कई अनुरोधों के बाद भी आपने इस आधार पर इनकार किया कि NADA एक्सपायरी किट के मुद्दे के बारे में आपके ईमेल का जवाब नहीं देता, तब तक आप नमूना प्रदान नहीं करेंगे। सैंपल देने से इनकार के बाद NADA के DCO ने आपको इसके परिणामों के बारे में विस्तार बताया था। आप पर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी नियम, 2021 के अनुच्छेद 2.3 के उल्लंघन का आरोप लगा है. अब आपको अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया गया है।’