मंदसौर जिले के साखतली निवासी एक बुजुर्ग मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में लोट लगाते हुए पहुंचे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बुजुर्ग किसान का कहना है कि मैं 25 बार जनसुनवाई में आवेदन दे चुका हूं, लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वीडियो को पोस्ट करते हुए भाजपा को आड़े हाथों लिया वहीं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता यशपाल सिंह सिसौदिया ने भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर पलटवार किया है।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा पीड़ितों की सुनवाई के लिए प्रति मंगलवार को जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है, ताकि पीड़ित लोगों को जल्दी न्याय मिल सके। लेकिन, कई लोगो को जनसुनवाई में बार-बार आवेदन देने के बाद भी न्याय नहीं मिलता है। ऐसा ही एक मामला सीतामऊ क्षेत्र के किसान का सामने आया है।
सीतामऊ क्षेत्र के ग्राम साखतली निवासी किसान शंकरलाल पिता फूलचंद मंगलवार को लोट लगाते हुए जनसुनवाई में पहुंचे थे। इसका एक वीडियो भी सोशल मिडिया पर वायरल हो रहा है। किसान शंकरलाल का कहना है कि वह 2010 से अपनी जमीन की लड़ाई लड़ रहा है इसको लेकर वह जनसुनवाई में 25 बार आवेदन दे चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इतना ही नहीं वे राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री तक को अपनी गुहार लगा चुका है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसके चलते वे लोटते हुए जनसुनवाई में पहुंचे।
किसान शंकरलाल ने बताया कि सुरखेड़ा में उसकी कृषि भूमि सर्वे क्रमांक 604 रकबा 1.25 हेक्टर और सर्वे क्रमांक 625 रकबा 0.51 हेक्टर कुल रकबा 1.76 हेक्टयर है। यानी कि कुल पौने 9 बीघा कृषि भूमि है। जिसे धोखे से कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ बाबू नारायण देशमुख ने अपने बेटे अश्विनी देशमुख के नाम करा ली है। इसके लिए वो 2010 में लड़ाई लड़ रहे हैं। किसान का कहना है कि छलकपट कर जिन्होंने मेरी भूमि अपने नाम करवाई है वे अब यहां गुंडे बदमाशों के जरिए कब्जा करना चाहते हैं। पिछली बार भी कुछ लड़के आए थे, जिन्हें मैंने पत्थर मार कर भगाया।
कलेक्टर बोले- परिजनों ने पाती की जमीन बेची, उस पर अभी तक शंकरलाल का कब्जा
कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने कहा कि आवेदक शंकरलाल पिता फूलचंद द्वारा जनसुनवाई के दौरान दिए गए आवेदन के संबंध में वस्तुस्थिति यह है कि ग्राम सुरखेड़ा स्थित भूमि सर्वे नंबर 604 एवं 625 कुल रकबा 3.52 हेक्टेयर संयुक्त खातेदार शंकरलाल अनोखी लाल भगवान बाई रेशमबाई पिता फूलचंद 1/2 एवं संपतबाई बेवा घासीराम कारूलाल रामलाल प्रभु लाल मांगी बाई पार्वती बाई पिता घासीलाल हिस्सा 1/2 पर दर्ज रही। जिसमें से सह खातेदार संपतबाई इत्यादि द्वारा 2010 में अपने हिस्से की भूमि अश्विन पिता नारायण देशमुख को विक्रय की गई तथा उक्त भूमि पर क्रेता अश्विन द्वारा कब्ज़ा नहीं लिया गया।
यहां यह तथ्य उल्लेखनीय है कि आवेदक शंकरलाल पिता फूलचंद द्वारा 1/2 भूमि जो कि आवेदक के हिस्से की है, उस पर वर्तमान में काबिज है एवं सह खातेदार संपतबाई इत्यादि द्वारा जो भूमि 2010 में विक्रय की गई थी उक्त भूमि पर भी शंकर लाल पिता फूलचंद का कब्जा आज दिनांक तक है। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) सीतामऊ द्वारा प्रेषित प्रतिवेदन एवं वस्तुस्थिति के आधार पर किसी भी व्यक्ति/भू माफिया द्वारा आवेदक शंकरलाल पिता फूलचंद की जमीन पर कब्ज़ा नहीं किया गया है। यदि किसी व्यक्ति द्वारा उक्त भूमि पर अवैध कब्जे के संबंध में आवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। उस पर प्रशासन द्वारा विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
पीसीसी चीफ ने भाजपा पर बोला हमला
किसान का लोट लगाते हुए वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वीडियो अपने एक्स हेंडल पर पोस्ट कर भाजपा पर हमला बोला। पटवारी ने लिखा कि क्या मंदसौर के किसानों से भाजपा सत्ता की दुश्मनी कभी खत्म नहीं होगी? मुआवजा को लेकर भटकने से शुरू हुई छोटी-छोटी समस्या, यदि सीने पर गोली खाने तक पहुंच सकती है, तो भाजपा किसानों को प्रताड़ित करने के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती है!
भाजपा का पलटवार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की पोस्ट के जवाब में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता यशपालसिंह सिसोदिया ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, भ्रम फैलाना और लोगों को गुमराह करना यह आपकी नियति बन गई है। मंदसौर जिले का किसान आंदोलन दुर्भाग्यपूर्ण था, और तब भी आपने और आपके दल के लोगों ने जिले के भोले भाले किसानों को गुमराह कर आंदोलन खड़ा कर आग में घी डालने का काम किया था। आंदोलन को हवा देने का काम भी कांग्रेस ने ही किया था। कलेक्टर कार्यालय में जिस किसान को लेकर आपने एक्स पर ट्वीट किया है, उसकी सत्यता मंदसौर कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने स्पष्ट कर दी है।