सोनीपत: 15 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद विधायक सुरेंद्र पंवार गिरफ्तार

सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने 15 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। विधायक को गुरुग्राम से गिरफ्तार कर ईडी की टीम तड़के करीब तीन बजे सोनीपत में उनके आवास पर लेकर आई। वहां से कुछ देर बाद विधायक को अंबाला ले जाया गया। विधायक को 25 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग (धन शोधन) के मामले में गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस नेता इसे राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं।

ईडी की टीम ने 4 जनवरी को सोनीपत के सेक्टर-15 स्थित विधायक सुरेंद्र पंवार के आवास व अन्य ठिकानों पर छापा डाला था। ईडी वर्ष 2013 में हुए अवैध खनन के मामले में जांच कर रही है। बताया गया है कि करीब 25 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जिस कंपनी का शामिल होना पाया गया है, उसमें विधायक निदेशक रह चुके हैं।

4 जनवरी को छापा डालने के बाद ईडी ने विधायक के ठिकानों से कुछ रिकॉर्ड जब्त किए थे, हालांकि उस समय विधायक को ईडी अपने साथ लेकर नहीं गई थी। इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि अवैध खनन मामले में ईडी को विधायक सुरेंद्र पंवार के खिलाफ साक्ष्य नहीं मिले हैं, लेकिन अब ईडी ने उनके खिलाफ पुख्ता सबूत होने का दावा अदालत में किया है। जनवरी से अब तक सुरेंद्र पंवार पांच बार ईडी के सामने पेश हो चुके हैं।

मोबाइल फोन कब्जे में लेकर की थी पूछताछ
4 जनवरी को विधायक सुरेंद्र पंवार के सेक्टर-15 स्थित आवास व अन्य स्थानों पर ईडी की टीम पहुंची थी। विधायक के साथ ही उनके साझेदारों के यहां भी छापा डाला था। विधायक के आवास पर टीम ने घर में मौजूद परिवार व अन्य स्टाफ के मोबाइल फोन अपने कब्जे में लेकर पूछताछ की थी। ईडी की टीम ने मौके पर मिले कागजात की जांच की और कुछ को अपने कब्जे में भी लिया था। इसके बाद ईडी की टीम यहां से चली गई थी।

ईडी इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूर्व इनेलो विधायक दिलबाग सिंह व अन्य को गिरफ्तार कर चुकी है। वह फिलहाल उच्च न्यायालय से जमानत पर हैं। विधायक सुरेंद्र पंवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का करीबी माना जाता है। वह उनकी कोर टीम के सदस्य भी हैं। कुछ समय पहले ही सुरेंद्र पंवार को प्रदेश सोशल मीडिया का प्रभार भी दिया गया था।

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