भगवान भोलेनाथ को समर्पित श्रावण मास की शुरुआत सोमवार से हो गई। सावन के पहले सोमवार पर गोरखनाथ मंदिर सहित आस-पास के प्रमुख मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।
भक्त बड़ी संख्या में सुबह से ही मंदिरों में दर्शन के लिए लाइन लगाए गए थे। इन मंदिरों में सुबह की आरती के लिए एक दिन पहले ही तैयारियां कर ली गई थीं।

मंदिरों में हर हर महादेव के गूंज होती रही। श्रद्घालु बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कतारों में लगे हुए हैं। इस बार के सावन मास की खास बात है कि इसकी शुरुआत सोमवार को हुई और समापन भी सोमवार को हो रहा है।

इस साल शिव भक्तों को सावन के पांच सोमवार व नौ विशेष योग का पुण्य मिलेगा।

ज्योतिषाचार्य घनश्याम पांडेय ने बताया शिव महापुराण के अनुसार, श्रावण मास का हर एक दिन भगवान शिव की पूजन के लिए शुभ है, खास है।

बताया कि सामान्यत: रुद्राभिषेक करने के लिए भक्तों को शिववास देखने की आवश्यकता होती है, लेकिन श्रावण मास में ये बंधन लागू नहीं होता है। इस महीने के किसी भी दिन और किसी भी समय बिना तिथि व मुहूर्त देखे रुद्राभिषेक कर सकते हैं।