राजोरी में वीडीजी के घर हमला करने वालों में तीन आतंकियों के साथ एक मददगार के होने की आशंका

राजोरी जिले में सोमवार सुबह वीडीजी पुरुषोत्तम कुमार के घर पर हमला करने वालों में तीन आतंकवादियों के साथ एक स्थानीय मददगार के होने की आशंका है। सूत्रों के अनुसार, ड्यूटी पर तैनात सेना के जवान ने देखा कि पुरुषोत्तम के घर की तरफ बढ़ने वालों में एक व्यक्ति आगे था और उसके पीछे तीन आतंकी चल रहे थे। इससे आशंका है कि वह व्यक्ति स्थानीय आतंकी मददगार हो सकता है।

इन दहशतगर्दों को ढेर करने के लिए गुंदा ख्वास और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान जारी है। हालांकि घना जंगल, ऊंची घास और मक्की की फसल के साथ धुंध सर्च ऑपरेशन में रुकावट पैदा कर रही है। तलाशी अभियान में सेना, पैरा कमांडो, सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और वीडीजी लगे हुए हैं। 

खोजी कुत्तों, ड्रोन और हेलिकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है। बरसात में धुंध के कारण विजिबिलिटी इतनी कम है कि आतंकियों को तलाश कर पाना मुश्किल हो रहा है। इस बात का भी खतरा है कि कहीं घात लगाकर बैठे आतंकवादी सर्च ऑपरेशन में लगे सुरक्षा बलों पर हमला करके नुकसान न पहुंचाएं।

दहशतगर्दों को जिंदा बचकर नहीं निकलने देंगे : वीडीजी
गुंदा ख्वास में ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) पुरुषोत्तम कुमार के घर पर हमला करने आए आतंकवादियों को जिंदा बचकर नहीं जाने देंगे और उन्हें हर हाल में मौत के घाट उतारकर दम लेंगे। यह कसम खाकर वीडीजी सुरक्षा बलों के साथ पूरे सर्च ऑपरेशन में कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। सर्च ऑपरेशन में लगे वीडीजी ने यह प्रतिज्ञा ली है कि जब तक आतंकवादियों को ढेर नहीं कर देंगे, इलाके में सुरक्षा बलों के साथ घेराबंदी जारी रखेंगे।

मक्के के खेत में नजर आया संदिग्ध
सूत्रों के अनुसार, बाद में ड्रोन से सेना ने देखा कि मक्का के एक खेत में एक व्यक्ति पड़ा हुआ है। वह व्यक्ति आतंकी है या कोई और इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि वह आतंकी हो सकता है जो फायरिंग में मारा गया हो। इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

वीडीजी फिलहाल रियासी में रह रहे
वीडीजी पुरुषोत्तम कुमार ने कुछ महीने पहले अपने इलाके में एक आतंकी को मार गिराया था। इसके लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली में उन्हें इसी पांच जुलाई को शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। वह कुछ समय से रियासी में रह रहा है। उसके अन्य परिजन गुंदा ख्वास गांव में ही रहते हैं। पुरुषोतम के घर और परिजनों की सुरक्षा के लिए सेना की एक अस्थायी पोस्ट स्थापित है। वहां पुलिस के जवान भी मौजूद रहते हैं।

आतंकियों के निशाने पर वीडीजी सदस्य पुरुषोत्तम
राजोरी के गुंदा ख्वास इलाके में रहने वाले वीडीजी सदस्य पूर्व सैनिक संतोष कुमार की तलाश में आतंकी सोमवार को उनके घर पहुंचे थे। संतोष एक साल से आतंकियों के निशाने पर हैं। शौर्य चक्र विजेता वीडीजी ने इलाके में पिछले साल 5 अगस्त को एक पाकिस्तानी आतंकी को थ्री नॉट थ्री राइफल से ढेर कर दिया था जबकि एक अन्य को घायल कर दिया था। घायल का शव करीब 15 दिन बाद उसका शव राजोरी और रियासी जिलों के बॉर्डर पर एक नाले में पड़ा मिला था।। उनकी इस बहादुरी के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें इस साल पांच जुलाई को उन्हें वीरता पदक से सम्मानित किया था।

 सूत्रों के अनुसार, शौर्य चक्र से सम्मानित होने से पहले से ही पुरुषोत्तम आतंकियों की हिट लिस्ट में था। मगर शौर्य चक्र से सम्मानित होने के बाद पुरुषोत्तम को मारना आतंकियों का एक मात्र लक्ष्य बन गया था। सूत्रों के अनुसार आतंकियों को सीमा पार से लगातार यह निर्देश मिल रहे थे कि वह पुरुषोत्तम को खत्म करें। 

 वहीं पुरुषोत्तम ने भी अपने ऊपर आतंकी खतरे को भांप लिया था और इसी कारण वह पिछले कुछ समय से गुंदा वाले घर को छोड़ सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट हो गए थे। गुंदा और आसपास के इलाकों के वीडीसी सदस्यों के हौसले बुलंद हैं, वो आतंकियों को ढेर करने के लिए सुरक्षाबलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सर्च ऑपरेशन में लगे हुए हैं।

जम्मू संभाग में हमले की 14वीं घटना
सोमवार का आतंकी हमला हाल के दिनों में जम्मू संभाग में 14वीं घटना है। इन घटनाओं में दो अधिकारियों, 9 तीर्थयात्रियों सहित 10 सुरक्षाकर्मियों की जान जा चुकी है, 58 अन्य घायल हैं। इस दौरान पांच आतंकियों को मार गिराया गया है।

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