सोने और चांदी पर आयात शुल्क घटने के बाद यह इस बात को लेकर काफी चर्चा हे कि क्या शुल्क की कटौती जो पहले 15 प्रतिशत थी वह उसकों सरकार ने बजट में घटाकर 6 प्रतिशत कर दी है, उसका फायदा ग्राहकों को होगा की नहीं और उद्योग पर इसका कितना असर देखने होगा। जानकारों का कहना है 23 जुलाई 2024 को आयात शुल्क में कटौती होने के बाद से एक सप्ताह में सोने में अभी तक 9.0 प्रतिशत की गिरावट आई है। जिसका फायदा ग्राहक उठा रहे हैं। मुंबई के झवेरी बाजार में सोने की खरीदारी देखी जा सकती है।
ज्वेलर्स भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि सरकार आयात शुल्क में कटौती होने के बाद जल्द ही सोने पर जीएसटी दरें बढ़ा सकती हैं। उद्योग का कहना है कि सरकार सोने और चांदी पर 5 प्रतिशत जीएसटी बढ़ा सकती है, जो मौजूदा समय में 3 प्रतिशत है। सर्राफा कारोबारी ग्राहकों से अपील कर रहे हैं कि वे जीएसटी दरें बढ़ने से पहले सोने की खरीदारी कर लें।
जीएसटी विशेषज्ञ एवं सीए मनीष गाडिया का कहना है कि सोने और चांदी पर अभी किसी भी प्रकार से जीएसटी बढ़ने की कोई संभावना नहीं है, क्योंकि पिछली जीएसटी काउंसिल की बैठक में जो फैसला लेना था वह ले लिया गया है। फिलहाल ऐसी कोई संभावना नहीं है। ज्वेलर्स अपनी खरीदारी को बढ़ाने के लिए इस तरह से आकर्षित कर रहें हो ऐसा हो सकता है।
कीमतों में मिली राहत तो बढ़ी खरीदारी
विशेषज्ञों के अनुसार 2024 के बजट में सोने और चांदी पर सीमा शुल्क कटौती की घोषणा के बाद से सोने की कीमतों पर दबाव आया है। चीन में फिजिकल सोने में होने वाले नुकसान और कम मांग की वजह से दुनिया भर में सोने की कीमतों में तेज गिरावट आई। हालांकि भारत में अन्य वैश्विक बाजरों की तुलना में सोने की बिक्री तेज हुई है। मुंबई के एक ज्वेलर्स चेतन शाह बताते हैं कि ज्वेलर्स बाजार में ग्राहकी अच्छी है।
रिटले खरीदार के साथ निवेशक भी नजर आ रहे हैं। ऐसा कह सकते हैं कि यह एक अच्छा अवसर है, जब सोने के भाव में कमी आई है और सरकार द्वारा सीमा शुल्क में कटौती भी की गई है। जिसका फायदा ग्राहक उठा रहे हैं। ग्राहकों को लुभाने के लिए ज्वेलर्स काफी कुछ कर भी रहे हैं। उन्होंने बताया कि छोटे ज्वेलर्स और उद्योग को ऐसी संभावना है कि कटौती के बाद जीएसटी दरें बढ़ाई जा सकती हैं। इसलिए वे ग्राहकों को इस अच्छे मौके फायदा दे रहे हैं। कई ज्वेलर्स ने अपनी दुकानों में लिखा भी है कि जीएसटी बढ़ने से पहले खरीदारी का यह अच्छा अवसर है।
सोने के सिक्कों-बार पर कटौती का फायदा, गहनों पर चुकाना पड़ेगा मेकिंग चार्ज
मुंबई ज्वेलरी एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुमार जैन का कहना है कि शादी ब्याह के लिए सोने की खरीदारी अभी से दिखाई दे रही है। ग्राहकों के साथ निवेशक भी सोने के सिक्कों की खरीदारी कर रहे हैं। पुराने सोने को रिसायकलिंग कर नए गहनों बनाने की मांग भी बढ़ी है।
इसके अलावा ग्राहक सोने के सिक्के या बार खरीदने पर शुल्क कटौती का फायदा ग्राहकों को मिलता है, क्योंकि इस पर मेकिंग चार्ज नहीं होता है, लेकिन गहनों पर ग्राहकों को मैकिंग चार्ज चुकाना पड़ता है। बावजूद इसके बाजार में ग्राहकों में खरीदारी के लिए पूरा जोश दिखाई दे रहा है। शादी ब्याह और आगामी त्योहारों को लेकर अभी से खरीदारी हो रही है। लोगों को डर है कि आनेवाले दिनों में सोने के भाव में बढ़ोतरी होती है तो वह खरीदारी नहीं कर पाएंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि 27 जुलाई को सोने का भाव 2,345 डॉलर से 2,405 डॉलर प्रति औंस के बीच रहा, जबकि एमसीएक्स सोने का भाव 66,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच रहा। शेयरखान बाए बीएनपी परिबा के एसोसिएट उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह का कहना है कि मौजूदा बाजार में तेजी और मंदी दोनों स्थिर हैं।
अमेरिका में मुद्रास्फीति में गिरावट से फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की चर्चा बढ़ रही है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी प्रमुख अनुज गुप्ता ने सोने की कीमतों कमी आने पर कहा कि इस सप्ताह घरेलू बाजार में सोने की कीमतें निचले स्तर पर आ गई हैं। 17 जुलाई को उच्चतस्तर 74731 से 9.0 प्रतिशत की गिरावट आई है।