अलीगढ़ में शिक्षकों के वेतन से पक रहा मध्यान्ह भोजन, नहीं मिली 4.16 करोड़ की धनराशि

परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को दोपहर का भोजन मिलता है। इसके लिए मार्च 2024 से प्रधानाध्यापकों और प्रधानों के बैंक खाते में मध्याह्न भोजन की कन्वर्जन कास्ट के 4.16 करोड़ रुपये की धनराशि नहीं भेजी गई है। प्रधानाध्यापकों को वेतन के पैसों से मध्याह्न भोजन के लिए सामग्री लानी पड़ रही है।

अलीगढ़ जिले में 2115 विद्यालय हैं, इनमें दो लाख 49 हजार बच्चे पढ़ रहे हैं। कन्वर्जन कास्ट न मिलने पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार सिंह व जिला मंत्री राजेंद्र सिंह अत्री ने बताया कि मार्च 2024 से मिड डे मील संचालन के लिए कोई भी धनराशि बैंक खातों में नहीं भेजी गई है। उन्होंने कहा कि पिछले चार-पांच महीने से कभी उधार लाकर तो कभी अपने वेतन के पैसे से मिड डे मील खिला रहे हैं। 

जिसमें भी अधिकारियों द्वारा कमियां दर्शाकर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई कर दी जाती है, जो बिल्कुल गलत है। कभी-कभी विद्यालयों को खाद्यान्न भी समय से प्राप्त नहीं होता है। रसोइयों का मानदेय भी कई महीने तक लटका रहता है। इस मामले में उन्होंने बीएसए को ज्ञापन सौंपा है। इस बाबत जिला समन्वयक एमडीएम शैलेंद्र राना ने बताया कि एक-दो दिन में प्रधानाध्यापकों और प्रधानों के बैंक खातों में मध्याह्न भोजन के लिए 4.16 करोड़ रुपये पहुंच जाएंगे।

ये है कन्वर्जन कास्ट  (कन्वर्जन कास्ट में मिर्च मसाले, दाल, सब्जी, गैस सिलिंडर आदि का खर्च शामिल)
रुपये           कक्षा
5.45 रुपये कक्षा 1 से 5
8.17 रुपये कक्षा 6 से 8
4 रुपये (फल के लिए सिर्फ सोमवार को सभी के लिए)

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