हरिद्वार से गंगाजल लेकर कांवड़िये शिवालयों की ओर लौट रहे हैं। सड़कों पर बोल बम की गूंज है। कांवड़ मार्ग भगवा रंग में रंग गया है। पश्चिम उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के कांवड़िये बढ़ने लगे है।
मंगलवार को बड़ी संख्या में पैदल और झांकी वाली कांवड़ शहर में पहुंची। सबका अलग-अलग अंदाज है।
कांवड़ के माध्यम से देशभक्ति और समाज हित के संदेश भी लोगों को दिए जा रहे हैं। शामली के बनत निवासी दो भाई विकास व विशाल एक तरफ अपनी दादी और उनकी वजन जितना ही कलश में जल लेकर आए है। जिन्होंने श्रवण कुमार का संदेश दिया है।

बाहुबली के अंदाज में दिखे कांवडिये
हरियाणा के जींद निवासी कांवड़ियां विक्की सैनी भगवान शिव की मूर्ति को बाइक पर लेकर आया है। बाहुबली फिल्म के अंदाज में कुछ कांवड़िये भगवान शिव की मूर्ति को कांवड़ के रूप में कंधे पर लेकर आए हैं।

बझे़ड़ी में कांवड़ियों को पानी पिला रही बुजुर्ग महिला
कांवड़ यात्रा में सैंकड़ों शिविर लगाए गए हैं, जिनमें कांवडियों के विश्राम सहित खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। लेकिन बझेड़ी में एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला शिव भक्तों को पानी की सेवा करती देखी गई। बुजुर्ग महिला चतरो का कहना है कि उनके घर के बाहर पेड़ के नीचे कांवड़िये विश्राम करते हैं, जिन्हें वह हर साल ऐसे ही पानी पिलाती है। उनके पति गंगाराम बझेड़ी मंदिर में पुजारी है।

झांकियां देखने उमड़ पड़ती है भीड़
कांवड़ मार्ग पर झांकियां देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। शहर के रुड़की रोड पर सोमवार रात डिवाइडर के दोनों ओर सैकड़ों लोग कांवड़ देखने के लिए पहुंचे । कच्ची सड़क, भगत सिंह रोड, शामली रोड, पानीपत-खटीमा हाईवे समेत अन्य कांवड़ मार्गेां पर देर रात तक लोग कांवड़ देखने के लिए डटे रहे।

डाक कांवड़ लाने के लिए बढ़ रहे युवा
कांवड़ मार्ग पर अब पश्चिम यूपी के विभिन्न जिलों के अलावा हरियाणा और दिल्ली के कांवडिये अधिक हैं। डाक कांवड़ लाने के लिए युवा बाइक पर सवार होकर हरिद्वार की ओर रवाना होने लगे है। बुधवार शाम और बृहस्पतिवार से डाक कांवड़ शुरू हो जाने की संभावना है।