बदायूं जिले में गंगा और रामगंगा नदियों का जलस्तर शनिवार को फिर बढ़ने लगा। इससे कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए। दातागंज इलाके में रामगंगा के उफनाने से सड़कों पर बाढ़ का पानी बहने लगा। इलाके के कई गांव फिर से टापू बन गए। सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित हो गया। लोगों को घर तक जाने के लिए फिर मुश्किलों का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने नाव लगाकर लोगों कों घर तक पहुंचने की व्यवस्था की है।
कई जगहों पर जान जोखिम में डालकर लोग पानी से होकर गुजर रहे हैं। गंगा नदी की पानी शनिवार दोपहर को खेतों की ओर बहने लगा। प्रशासनिक अधिकारी गांव के लोगों से सावधान रहने की अपील कर रहे हैं। शनिवार को कछला 162.29 मीटर दर्ज किया गया। वहीं नरौरा बैराज से 96,287, बिजनौर से 47,807 और हरिद्वार से 81,721 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा 160.340 मीटर पर बह रही है। जिससे तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का स्थिति बन गई है।
भैंस चराने गया युवक गंगा में बहा
सहसवान कोतवाली क्षेत्र के धापड़ घाट शनिवार दोपहर भैंस चराने गए 35 वर्षीय धर्मी गंगा नदी के तेज बहाव में बह गए। बताते हैं कि उन्होंने दूसरी ओर जाने के लिए अपनी भैंसों को गंगा में घुसा दिया था। वह भैंस की पूंछ पकड़कर दूसरी ओर जा रहे थे। तभी पूंछ छूटने से गंगा के तेज बहाव में बह गए। वह कुकरैया गांव के रहने वाले हैं। परिजनों ने धर्मी की तलाश शुरू की। शाम चार बजे तक उनका कुछ पता नहीं चला।