‘दुष्कर्मियों-हत्यारों को एक हफ्ते के भीतर सजा मिले’, अभिषेक बनर्जी ने की नए कानून की मांग

पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सेमिनार रूम में शुक्रवार सुबह एक जूनियर महिला डॉक्टर की हत्या कर दी गई। उसका अर्धनग्न शरीर सेमिनार हॉल से बरामद हुआ। इस घटना के बाद राज्य में विरोध प्रदर्शन जारी है। राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने इस घटना को लेकर अपने आवास में एक प्रशासनिक बैठक की। इस बैठक के बाद उन्होंने  दुष्कर्मियों और हत्यारों के खिलाफ तुरंत सुनवाई और एक हफ्ते के भीतर सजा सुनिश्चित करने के लिए संसद में एक विधेयक पेश करने का आह्वान किया। शनिवार को पत्रकारों से इस मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए भाजपा कीआलोचना की। उन्होंने भाजपा से प्रदर्शन करने के बजाय त्वरित न्याय के लिए एक विधेयक पारित करने के लिए केंद्र पर दबाव डालने का आग्रह किया।

अभिषेक बनर्जी ने कहा, “एक विपक्षी पार्टी के तौर पर टीएमसी ऐसे विधेयक का समर्थन करेगी, जिसे कांग्रेस और वाम दलों जैसे अन्य पार्टियों से समर्थन मिलने की संभावना है।” उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ऐसे कानून लंबे समय तक चलने वाले मुकदमों को भी रोकेगा। इससे दुष्कर्मियों और हत्यारों को जल्द से जल्द सजा मिलेगी। टीएमसी नेता ने कहा, “ये दुष्कर्मी जो समाज में रहने लायक नहीं हैं, उनका या तो एनकाउंटर कर दिया जाना चाहिए या फिर उन्हें फांसी दे दी जाए।”

अभिषेक बनर्जी ने दुष्कर्म के मामलों में त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के बजाय अध्यादेशों के माध्यम से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यकाल को बढ़ाने पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए केंद्र की आलोचना की। उन्होंने महिला डॉक्टर की हत्या के 24 घंटे के भीतर ही एक संदिग्ध को गिरफ्तार करने में पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की। 

अभिषेक बनर्जी के बयान पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने पलटवार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अभिषेक बनर्जी अस्पतालों में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में राज्य की विफलता से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं। 

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