भरतपुर: बाणगंगा नदी के किनारे बनी पोखर की पाल टूटने से सात की मौत

जिले में बयाना इलाके में रविवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया। यहां गांव के बगल से निकल रही बाण गंगा नदी में डूबने से सात नवयुवकों की मौत हो गई है।

अचानक हुए हादसे के बाद हड़कंप मच गया और ग्रामीणों ने एक घंटे के रेस्क्यू के बाद सभी नवयुवकों को बाहर निकाला, जिनमें कुछ के शव भरतपुर पहुंच चुके हैं। जिले के बयाना उपखंड की ग्राम पंचायत फरसो के गांव श्रीनगर से होकर निकल रही बाण गंगा नदी में मिट्टी का टापू ढहने से सात नवयुवकों की मौत हो गई। 

नदी के किनारे मिट्टी खोदना पड़ा भारी
जानकारी के अनुसार गांव के लोग नदी के किनारे के मिट्टी खोदकर निकाला करते थे, जिसके चलते वहां जगह-जगह पर गहरे गड्ढे हो गए थे और मिट्टी के टीले बन गए थे। इस कारण वहां से होकर गुजर रही बाण गंगा नदी के किनारे बने मिट्टी के ढीले पर खड़े होकर सात नवयुवक नदी के तेज बहाव को देख रहे थे। उसी दौरान मिट्टी का टीला ढह गया। हादसे में सातों नवयुवक उन गहरे गड्ढों में डूब गए। 

एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची
हादसे की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव घटना स्थल पर पहुंचे और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंचीं। राहत बचाव कार्य करते हुए सात नवयुवकों के शवों को बयाना की झील का बाड़ा सीएचसी पर लाया गया। यहां से दो नव युवकों के शव भरतपुर जिला अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया गया। 

अलर्ट के बावजूद नदी किनारे जा रहे लोग
उल्लेखनीय है कि लगातार तीन चार दिन से हो रही मूसलाधार बारिश होने के चलते बाण गंगा नदी में अधिक पानी आ गया और उसका तेज बहाव चलने लगा। यह बाण गंगा नदी दौसा तक जाती है। जिला प्रशासन ने बारिश शुरू होने के चलते तमाम नदियों के बहाव क्षेत्र में ग्रामीणों को अलर्ट किया गया था, जिसके लिए तहसीलदार एवं पटवारियों को अलर्ट किया गया था, लेकिन उसके बावजूद कुछ नवयुवक नदी के तट पर पहुंच रहे थे। घटना के बाद मृतकों के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

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