विनेश फोगाट पर फैसला आने से पहले इस भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पर गिरी गाज

हिंदुस्तान पेरिस की ओर देख रहा है. क्योंकि, विनेश फोगाट पर बड़ा फैसला आने वाला है. लेकिन, विनेश पर फैसले के आने से पहले भारत के एक बैडमिंटन खिलाड़ी के लिए खबर अच्छी नहीं है. बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन ने पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत को सस्पेंड कर दिया है. BWF ने प्रमोद के खिलाफ ये फैसला उनकी ओर से किए गए डोपिंग संबंधी नियमों के उल्लंघन के चलते लिया है.

18 महीने के लिए प्रमोद भगत सस्पेंड

पेरिस में समर ओलंपिक के समापन के बाद अब वहां पैरालंपिक खेलों का आयोजन होना है. ये खेल 28 अगस्त से 8 सितंबर तक चलेंगे, जिसमें प्रमोद भगत मेडल की बड़ी उम्मीद थे. प्रमोद भगत ने टोक्यो में हुए पैरालंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीता था. लेकिन अब डोपिंग के कानून तोड़ने के चलते उन्हें 18 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है, जिसका मतलब है कि प्रमोद भगत पेरिस में होने वाले पैरालंपिक खेलों में अपने प्रदर्शन की नुमाइश नहीं करेंगे.

CAS ने इस मामले में पाया दोषी, BWF ने की कार्रवाई

BWF ने बयान जारी कर बताया कि उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक चैंपियन प्रमोद भगत को सस्पेंड कर दिया है. उनका सस्पेंशन 18 महीने के लिए है. बयान में ये भी कहा गया कि CAS यानी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट्स ने प्रमोद भगत को 12 महीने के अंदर 3 बार अपना पता नहीं बताने का दोषी पाया है.

प्रमोद भगत के खिलाफ फैसले को लेकर अपील हुई, लेकिन CAS ने उन्हें दोषी पाए जाने की पुष्टि करते हुए अपने फैसले को बरकरार रखा. प्रमोद भगत के बाहर होने से पेरिस पैरालंपिक से पहले भारत को बड़ा झटका लगा है. इसी साल उन्होंने पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब चौथी बार जीता है. इससे पहले प्रमोद भगत ने इस खिताब को 2015, 2019 और 2022 में जीता था. सस्पेंशन के फैसले के बाद प्रमोद भगत पेरिस पैरालंपिक में खेलते नहीं दिखेंगे. मतलब ये कि उनके पास अपने गोल्ड मेडल को डिफेंड करने का भी मौका नहीं होगा.

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