कोलकाता के सरकारी आरजी कर अस्पताल की स्नातकोत्तर प्रशिक्षु महिला चिकित्सक का पोस्टमार्टम करने वाले डॉ. सुवर्ण गोस्वामी ने दावा किया है कि मृतका के शरीर पर चोटों के निशानों से पता चलता है कि अपराध में एक से ज्यादा लोग शामिल थे।
पीड़िता के शरीर पर मिला 150 मिलीग्राम वीर्य
डॉक्टर ने कोलकाता पुलिस के शुरुआती दावों का खंडन किया है, जिसमें पुलिस का कहना था कि अपराध में केवल एक शख्स ही शामिल था। उन्होंने पीड़िता के शरीर में 150 मिलीग्राम वीर्य मिलने का दावा किया है। यह बात मृतका के माता-पिता ने भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से हाई कोर्ट में न्यायाधीश के समक्ष कही थी।
मृतका के शरीर पर मिले चोट के कई निशान
डॉ सुवर्ण गोस्वामी का कहना है कि इतनी मात्रा में वीर्य एक शख्स का नहीं हो सकता। लिहाजा आशंका है कि एक से अधिक लोगों ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया था। उन्होंने कहा कि मृतका के शरीर पर कई चोट के निशान थे, जो एक क्रूर और हिंसक हमले का संकेत देते हैं।
शव दिखाने के लिए मृतका की मां को घंटों बिठाए रखा गया
दूसरी ओर महिला डॉक्टर की मां ने मीडिया को बताया कि अस्पताल पहुंचने के बाद भी उन्हें शव देखने की अनुमति नहीं दी गई। मैं उनके पैरों में गिर गई, उनसे विनती की कि वे मुझे मेरी बेटी से मिलने दें। उन्होंने हमें तीन घंटे बाद दोपहर दो बजे उसका शव दिखाया। मेरे साथ एक रिश्तेदार भी थे।
पैर और धड़ को जोड़ने वाली हड्डी के टूटने की आशंका
रिश्तेदार ने कहा कि मृतका के पैर 90 डिग्री पर अलग-अलग थे। उसके शरीर पर एक भी वस्त्र नहीं था। ऐसा तब तक नहीं हो सकता जब तक कि पेल्विक गर्डल टूट न जाए। पेल्विक गर्डल दरअसल हड्डियों की बेसिन के आकार की संरचना है जो पैर और धड़ को जोड़ती है। पीड़िता के माता-पिता ने यह भी कहा है कि उन्हें विश्वसनीय स्रोतों से पता चला है कि रिकॉर्ड में ऐसे साक्ष्य मौजूद हैं जो बताते हैं कि उनकी बेटी की गला घोंटकर हत्या में कम से कम तीन व्यक्ति शामिल थे।
पीड़िता की शादी की योजना बना थे माता-पिता
परिवार के सदस्यों ने मीडिया को बताया कि पीड़िता ने उस रात अपनी मां को फोन किया और उन्हें खाना खाने के लिए कहा। एक रिश्तेदार ने कहा कि हम अगले साल उसकी शादी की योजना बना रहे थे। मालूम हो कि अस्पताल के सेमिनार हॉल से गत शुक्रवार सुबह प्रशिक्षु महिला चिकित्सक का अर्धनग्न शव बरामद किया था। महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की बात सामने आई है। कोलकाता पुलिस ने इस घटना में संजय राय नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है।
पूर्व प्रिंसिपल पर छात्रों को शराब उपलब्ध कराने का आरोप
आरजी कर अस्पताल के पूर्व सह अधीक्षक अख्तर अली ने आरोप लगाया कि हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष बहुत भ्रष्ट व्यक्ति हैं। वह छात्रों को शराब उपलब्ध कराते थे और टेंडर ऑर्डर पर 20 प्रतिशत कमीशन लेते थे। वह अस्पताल में होने वाले हर काम में कमीशन लेते थे।
वह अपने गेस्ट हाउस में छात्रों को शराब पिलाते थे। वह एक माफिया व्यक्ति की तरह थे। वह बहुत शक्तिशाली हैं। मैंने उनके खिलाफ 2023 में शिकायत की थी। उनका इस्तीफा एक दिखावा है। उन्हें कुछ घंटे के भीतर नेशनल मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल के रूप में नियुक्त किया गया।