भारत बंद के दौरान राजस्थान के इस्लामपुर में लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे

SC-ST आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के खिलाफ बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया गया था. इस बंदी का राजस्थान में मिलाजुला असर देखने को मिला. लेकिन इस बंदी के दौरान ही राजस्थान से एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने सियासी माहौल गरमा दिया है. भारत बंद के दौरान राजस्थान में निकाले जा रहे प्रदर्शन में पाकिस्तान जिंदाबाद (Pakistan Zindabad slogans) के नारे लगाए जाने का मामला सामने आया है. कहा जा रहा है कि इसका एक वीडियो भी वायरल है. सोशल मीडिया पर चल रही ऐसी खबरों को देखते हुए एसपी में जांच के आदेश दिए है.

वीडियो वायरल होने पर एसपी ने दिए जांच के आदेश

भारत बंद प्रदर्शन के दौरान राजस्थान के झुंझुनू जिले के इस्लामपुर में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने का मामला सामने आया. वायरल वीडियो को लेकर एसपी शरद चौधरी ने जांच के आदेश दिए है. दूसरी ओर विवाद बढ़ने के बाद कथित तौर पर नारे लगाने वाले उप सरपंच रवींद्र गर्वा भी सामने आया. रवींद्र गर्वा ने कहा कि भारतीय संविधान बोला था, ना कि पाकिस्तान. साथ ही कहा मेरे बोलने या लैंग्वेज से किसी को ठेस पहुंची है तो माफी मांगता हूं. 

रवींद्र गर्वा का कहना है कि मैं भी भारत का ही हूं, पाकिस्तान नहीं हूं, हिंदू हूं. मामले में एसपी द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद बगड़ एसएचओ हेमराज मीणा ने जांच शुरू कर दी है. 

झुंझुनूं के बगड़ थाना इलाके के इस्लामपुर का मामला

दरअसल झुंझुनूं के बगड़ थाना इलाके के इस्लामपुर गांव में भारत बंद के दौरान का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे सुनाई दे रहे है. इस मामले में प्राथमिक तौर पर स्थिति साफ हो गई है कि नारे लगाना वाला इस्लामपुर का उप सरपंच रवींद्र गर्वा था. जो पाकिस्तान नहीं, बल्कि भारतीय संविधान बोल रहा था. लेकिन उसके बोलने की ढंग ऐसा था. जिससे वो पाकिस्तान सुनाई दे रहा था. 

पुलिस ने शुरू की मामले की जांच

हालांकि पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी हुई है. इस मामले में नारे लगाने वाला उप सरपंच खुद पुलिस के सामने पेश हुआ और उसने उसी लहजे में भारतीय संविधान जिंदाबाद के नारे लगाए. जिससे लगभग साफ हो गया है कि उप सरपंच ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नहीं, बल्कि भारतीय संविधान जिंदाबाद के नारे लगाए थे. 

विवाद बढ़ने पर सरपंच ने मांगी माफी

फिर भी उप सरपंच ने मीडिया के सामने आकर कहा है कि मेरे बोलने से या फिर मेरी लैंग्वेज से किसी को ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगता है. वह भी भारतीय है. पाकिस्तानी नहीं है. हिंदू है. इस्लामपुर सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल रही है. इधर, एसपी शरद चौधरी ने बताया कि बगड़ एसएचओ को इस मामले में जांच के आदेश दिए गए है. जल्द ही सबकुछ साफ कर दिया जाएगा. वहीं बगड़ एसएचओ हेमराज ने भी जल्द ही मामले को साफ करने की बात कही है. 

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