गुजरात के कई हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश हुई। जिससे कुछ इलाकों में जलभराव हो गया। बारिश से तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि सात लोग लापता हैं। सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार सुबह तक राज्य के कई जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जिसके बाद प्रशासन तैयारी कर रहा है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और शहर के प्रमुख वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ऑनलाइन बैठक की और मौजूदा स्थिति की समीक्षा की। राज्य के शिक्षा विभाग ने मंगलवार को प्राथमिक विद्यालयों में छुट्टी घोषित की है।
भारी बारिश से मोरबी जिले के हलवाड़ तालुक में एक ट्रॉली ट्रैक्टर बह गया। जिससे सात लोग लापता हो गए। 20 घंटे से अधिक समय तक खोजबीन करने के बाद भी उनका कोई पता नहीं चला। वहीं, साबरकांठी जिले में एक कार दो लोगों के साथ बह गए। स्थानीय लोगों ने प्रशासन को सूचित किया जिसके बाद उन्हें बचाया गया। उधर, भद्राचल नदी में पानी के तेज बहाव के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-56 पर एक पुल क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। वडोदरा, आणंद, खेड़ा और पंजमहल जिलों में भारी बारिश के कारण जलभराव हुआ और कई लोग फंस गए।
राज्य राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने बताया कि पिछले चौबीस घंटे में बारिश से तीन लोगों की मौत हो गई है, जिससे मृतकों की कुल संख्या 99 हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पटेल से फोन पर बात की और स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने जरूरी मदद की पेशकश की और राहत व बचाव कार्य के लिए केंद्रीय बलों को भेजने की बात कही।
मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों के सचिवों प्रभावित क्षेत्रों में बिजली बहाल करने के निर्देश दिए हैं। आईएमडी के रेड अलर्ट के मद्देनजर, सभी कलेक्टरों को अपने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने का निर्देश दिया गया है। राज्य में अब तक 1,653 लोगों को एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और तटरक्षक बल की मदद से बचाया गया है और 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। भारी बारिश और बढ़ते जल स्तर के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।