महाराष्ट्र सरकार में मंत्री दीपक केसरकर ने सोमवार को बताया कि बदलापुर के स्कूल में 15 दिन के सीसीटीवी फुटेज गायब है, जहां दो बच्चियों के साथ स्कूल अटेंडेट की तरफ से यौन उत्पीड़न किया गया था, अब इस मामले की जांच पुलिस करेगी। बता दें कि स्कूल में हुए कुकृत्य को लेकर देशभर में आक्रोश फैल गया था।
वारदात के खुलासे से देश में मचा था बवाल
दरअसल 20 अगस्त को ठाणे जिले के बदलापुर में दो स्कूली छात्राओं के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया था, जिसके कारण बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिससे 10 घंटे से अधिक समय तक राज्य में उपनगरीय सेवाएं प्रभावित रहीं। तब से, पुलिस पर मामले को लापरवाही से निपटाने के आरोप लगे हैं, जिसमें पीड़िता के माता-पिता को मामला दर्ज करने से पहले घंटों इंतजार कराना भी शामिल है।
स्कूल शिक्षा विभाग के रिपोर्ट पर हुआ खुलासा
मामले में मंत्री केसरकर ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग ने घटना पर एक रिपोर्ट मांगी थी। हमने पाया कि 15 दिनों का सीसीटीवी फुटेज गायब है। हमने पुलिस से कहा है कि यह कैसे गायब हुआ, इसकी जांच की जाए। चूंकि अपराध शौचालय के पास किया गया था, इसलिए हमने सीसीटीसी फुटेज मांगी और फिर समिति को बताया गया कि यह गायब हो गया है।
स्कूल शिक्षा विभाग ने गृह विभाग सौंपी रिपोर्ट
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पीड़ितों के माता-पिता को 10 लाख और 3 लाख रुपये दिए हैं और स्नातक तक उनकी शिक्षा का खर्च भी उठाएगी। उन्होंने बताया, दो मामले हैं। एक बलात्कार का है। पीड़िता के माता-पिता को 10 लाख रुपये दिए गए हैं। दूसरा मामला यौन उत्पीड़न का है। यहां राज्य सरकार ने 3 लाख रुपये दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा ने मामले में आगे की जांच और कार्रवाई के लिए राज्य के गृह विभाग को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है।
मामले में राज्य सरकार ने किया है SIT का गठन
मंत्री केसरकर ने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग ऐसे मामलों से निपटने के लिए एक अलग डेस्क उपलब्ध कराएगा। ठाणे जिले की एक अदालत ने सोमवार को दो नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उसे 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। वहीं महाराष्ट्र सरकार ने घटना की जांच के लिए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।