जहानाबाद ज़िले के बाबा सिध्देश्वर नाथ शिव मंदिर के परिसर में भगदड़ मची थी, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई और 22 लोग घायल हो गये थे। कुछ ऐसी ही घटना आज पटना के इस्कॉन मंदिर में होने से बच गई। इस्कॉन मंदिर में पुलिस ने भीड़ पर लाठी चार्ज किया है। यह घटना तब हुई जब मंदिर का गेट खुलते ही भीड़ अंदर घुसने के लिए बेकाबू हो गई। भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करनी पड़ी। हालांकि मंदिर के प्रवक्ता नंद गोपाल ने इस बात से इंकार किया है। उनका कहना है कि श्रद्धालुओं पर लाठीचार्ज नहीं की गई है।
गेट खुलते ही भीड़ हो गई अनियंत्रित
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि इस्कॉन मंदिर के बाहर शाम होते ही लोग जुटने लगे। देर शाम होते-होते भीड़ इतनी हो गई कि वह भीड़ वहां तैनात पुलिस के नियंत्रण से बाहर हो गई। निर्धारित समय पर मंदिर का गेट जैसे ही खोला गया, पूरी की पूरी भीड़ मंदिर के अंदर जाने लगी। श्रद्धालु मंदिर में किसी भी तरह से घुसने की कोशिश कर रहे थे। माहौल ऐसा हो गया कि भगदड़ जैसी स्थिति होने लगे। उस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करनी पड़ी। इस दौरान कई लोग घायल हो गये। उन घायलों में युवती और महिलाएं भी शामिल हैं।
जहानाबाद में भी पुलिस की लापरवाही से हुई थी भगदड़
जहानाबाद ज़िले से 25 किलोमीटर दूर बाबा सिध्देश्वर नाथ शिव मंदिर के परिसर में 11 अगस्त की रात भगदड़ मची थी। उस घटना में महिला समेत सात लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही लगभग 22 लोग घायल भी हुए थे। घटना के बाद जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने घटना की जांच की और तब प्रशासनिक अधिकारी समेत कई पुलिसकर्मी को निलंबित किया गया था। जिला प्रशासंन ने प्रशासनिक अधिकारी और पुलिसकर्मी समेत 50 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।