ओमप्रकाश राजभर बोले- हम संगठित हैं इसलिए दंगे नहीं हो रहे हैं

पंचायती राज मंत्री, अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ बोर्ड मंत्री ओमप्रकाश राजभर बुधवार को अतरौलिया स्थित डाक बंगला पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ पंचायत चुनाव को लेकर दिशा-निर्देश दिया।

मीडिया से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी जिला पंचायत सदस्य व पंचायत चुनाव की तैयारी को लेकर हम लोग पूरे प्रदेश में कार्य कर रहे हैं। लोगों को गांव में भेजना और तरीके सीखाना, कोई नेता चुनाव लड़ रहा है तो उसे तरीके सीखना, ताकि अभी से जाते रहेंगे तो लोगों में आपसी भाईचारा बनेगा।

लोग साथ जुड़ेंगे, समय आने पर बहुत से वोटर यह कहते हैं कि आज क्यों आए हो पहले आना चाहिए था। इसलिए अभी से लोगों को ट्रेनिंग देकर भेजने का कार्य किया जा रहा है। इसलिए पहले से चुनाव की तैयारी चल रही है।

योगी जी के बटेंगे तो कटेंगे वाले बयान पर बोले कि ब्रह्माजी ने भी कहा था कि संघे शक्ति कलियुगे, मुख्यमंत्री जी का साफ-साफ कहना है कि हम लोग मिलकर संगठित रहेंगे। आज पूरे प्रदेश में साढ़े सात साल में कोई भी दंगा नहीं हुआ, यह संगठित होने का प्रमाण है। कहीं भी कोई दंगा हो रहा है तो संविधान के दायरे में त्वरित कार्रवाई हो रही है। कड़े से कड़े कानून लाए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि एनडीए के साथ हम चुनाव लड़ेंगे, हमको सीट नहीं चाहिए, जो लड़ेगा उसको हम जीत दिलाएंगे। अधिकारी कर्मचारी के मनमाने रवैया पर उन्होंने कहा कि कैसे किसी की नहीं सुनते हैं अधिकारी, वह हमसे मिले कैसे नहीं सुनेंगे हम सुनाते हैं और वह सुनते हैं। बोले- जातिगत जनगणना होनी चाहिए
उन्होंने कहा कि हम लोग भी यही इंतजार कर रहे हैं कि जल्द ही चुनाव की घोषणा हो और लोगों के दिल में जो संशय बना हुआ है वह समाप्त हो जाए। जातिगत जनगणना पर उन्होंने कहा कि मैं तो 22 सालों से जातिगत जनगणना की बात कर रहा हूं कि जातिगत जनगणना होनी चाहिए। 

कांग्रेस सत्ता में रहने के बाद भी जातिगत जनगणना की बात कभी नहीं कही, चार बार सपा सरकार ने भी जातिगत जनगणना नहीं करा पाई, इससे बेहतर तो बिहार में नीतीश कुमार की सरकार थी जिन्होंने किसी तरह से जातिगत जनगणना करवाई। 

देश के प्रधानमंत्री मोदी ने जो काम किया, कांग्रेस, सपा और बसपा नहीं करा पाई है। चाहे वह धारा 370 ही क्यों न हो। जातिगत जनगणना भी मोदी जी कराएंगे। पार्टी विस्तार के सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार के 36 जिलों में पूरी तैयारी है। संगठन तैयार हो गया है। 

महाराष्ट्र के मुंबई में 22 सीटे हैं जहां पर उत्तर भारतीय 48 से लेकर 50 प्रतिशत अकेले हैं। उन 22 सीटों पर हम चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। एनडीए गठबंधन में सीट मिलेगी तो साथ लड़ेंगे नहीं तो अकेले ही चुनाव लड़ेंगे।

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