मुजफ्फरनगर के खुब्बापुर थप्पड़ कांड की सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। सईद मुर्तजा ट्रस्ट छात्र की पढ़ाई की जिम्मेदारी ले चुका है। इसके लिए छह माह का शुल्क भी बेसिक शिक्षा विभाग में जमा कराया जा चुका है।
शाहपुर ब्लॉक के गांव खुब्बापुर स्थित नेहा पब्लिक स्कूल में शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र को पहाड़ा नहीं सुनाने पर उसके सहपाठियों से ही थप्पड़ लगवाए थे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते तुषार गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिस पर सुनवाई चल रही है।
बेसिक शिक्षा विभाग को छात्र की पढ़ाई के लिए ट्रस्ट का चयन करने की जिम्मेदारी दी गई थी। बीएसए संदीप कुमार ने बताया कि सईद मुर्तजा ट्रस्ट ने 28 हजार रुपये जमा करा दिए हैं। अब तक हुई प्रगति के विषय में विभाग की ओर से सुप्रीम कोर्ट को अवगत कराया जाएगा।
यह था पूरा मामला
खुब्बापुर गांव के स्कूल में शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने पांच का पहाड़ा नहीं सुनाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र की सहपाठियों से पिटाई करा दी थी। इसी दौरान जातीय टिप्पणी का भी आरोप है। प्रकरण के दौरान पीड़ित छात्र के चचेरे भाई ने वीडियो बना लिया था।
छात्र का पिता बोला, चाहिए परिवहन खर्च
छात्र को गांव से आवागमन के लिए रोजाना 200 रुपये खर्च दिया जाता है। पीड़ित के पिता का कहना है कि दो माह से खर्च नहीं मिला है। जिस कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। नियमित रूप से खर्च दिया जाना चाहिए।खुब्बापुर गांव में किस दिन क्या हुआ 2023
24 अगस्त : पहाड़ा नहीं सुनने पर छात्र को पिटवाया।
25 अगस्त : वीडियो वायरल, पुलिस ने जांच शुरू की।
26 अगस्त : शिक्षिका पर केस, सुलह भी कराई गई।
27 अगस्त : पीड़ितों ने कहा, लड़ेंगे कानूनी लड़ाई।
28 अगस्त : मुस्लिम समाज की पंचायत बेनतीजा।
29 अगस्त : यू-ट्यूबर जुबैर के खिलाफ मुकदमा।
30 अगस्त : माकपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा।
31 अगस्त : पुलिस ने वीडियो की जांच आगे बढ़ाई।