सांसद, मंत्री या पार्टी में कोई पद नहीं लेना चाहूंगा- गुलाम नबी आज़ाद

राज्यसभा से हाल ही में रिटायर हुए गुलाम नबी आजाद की रिटायरमेंट के बाद कई कयास लगाए जाने लगे थे कि कांग्रेस उन्हें संगठन की जिम्मेदारी दे सकती है. बल्कि भाजपा नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बीते दिनों ऐसी प्रतिक्रिया दी गई, ऐसा लगा मानों गुलाम नबी आजाद भाजपा का दामन थाम सकते हैं. लेकिन इन सभी कयासों पर गुलाम नबी आजाद ने ब्रेक लगा दिया है. उन्होंने बुधवार के दिन कहा कि लोग उन्हें अब कई जगहों पर देख सकते हैं, क्योंकि वे अब फ्री हो चुके हैं. 

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अब उनकी संसद में जाने और मंत्री की इच्छा नहीं है साथ ही वे पार्टी में भी कोई पद नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वे बतौर राजनेता अपने काम से संतुष्ट हैं और अंतिम सांस तक जनता की सेवा करेंगे. समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में उन्होंने बताया कि मैं 1975 में जम्मू-कश्मीर यूथ कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष था. पार्टी के कई बड़े पदों पर मैं काम कर चुका हूं. मैंने कई प्रधानमंत्रियों के साथ काम किया है. खुद को भाग्यशाली समझता हूं मैं जो मुझे देश के लिए काम करने का मौका मिला. मैंने अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन किया है. मुझे देश की जनता से मिलने और उन्हें समझने का मौका मिला है. 

उन्होंने कहा कि मैं जब तक जिंदा रहूंगा, मुझे लगता है कि मैं जनता की सेवा करता रहूंगा. बतौर राजनेता अपने काम से मैं संतुष्ट हूं. संसद में गुलाम नबी आजाद की हुई प्रशंसा पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग गहराई से तो कुछ लोग लोगों को सतही रूप से समझते हैं. जो लोग मुझे जानते हैं और गहराई से समझते हैं, उन्होंने मेरे काम को देखा है और इसलिए भावुक हो गए. मैं उन सभी का आभारी हूं, मैं उन लोगों को धन्यवाद देता हूं. 

आजाद ने कहा कि मैं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और विभिन्न दलों का धन्यवाद करता हूं, सदन में जिन्होंने मेरी प्रशंसा की और मुझे उनके साथ काम करने का अवसर मिला. अब लोग मुझे कई जगहों पर देख सकते हैं, अब मैं फ्री हो चुका हूं, मुझे अब सांसद, मंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है और न ही मैं पार्टी में कोई पद चाहता हूं.

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