कुंडली तक जाएगी रेड लाइन मेट्रो: हरियाणा और यूपी के लाखों लोगों को होगा फायदा

दिल्ली मेट्रो के फेज-4 के अंतिम रिठाला-नरेला कॉरिडोर को हरियाणा के कुंडली-नाथुपुरा तक बढ़ाया जाएगा। दिल्ली सरकार की तरफ से बुधवार को इसको लेकर सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई है। अब इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने के बाद इस कॉरिडोर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि रिठाला-नरेला मेट्रो कॉरिडोर को हरियाणा के अंदर तक कुंडली-नाथुपुरा तक बढ़ाया गया है। पहले कॉरिडोर की लंबाई 22.91 किलोमीटर थी और 19 स्टेशन थे। अब इसकी लंबाई 23.73 किलोमीटर हो गई है और स्टेशन संख्या 21। उन्होंने बताया कि इस कॉरिडोर के तैयार होने से दिल्ली देहात और हरियाणा के कुंडली क्षेत्र के लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। वहीं, वाया दिल्ली हरियाणा के कुंडली से गाजियाबाद तक पहुंचना भी आसान होगा। बताया जा रहा है कि कॉरिडोर के निर्माण पर 6,231 करोड़ रुपये की लागत आएगी। जिममें दिल्ली में पड़ने वाले भाग पर 5,685.22 करोड़ रुपये और हरियाणा के हिस्से पर 545.77 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

इससे पहले जून में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने भी कॉरिडोर को स्वीकृति दी थी। मौजूदा समय में फेज-4 के छह कॉरिडोर में से तीन प्रमुख कॉरिडोर का निर्माण कार्य चल रहा है। इसमें जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम, मजलिस पार्क-मौजपुर व तुगलकाबाद-एरोसिटी शामिल हैं। तीनों का निर्माण कार्य वर्ष 2025 और 2026 में पूरा होना है। मार्च में दो अन्य मेट्रो कॉरिडोर की योजनाओं को केंद्र सरकार ने स्वीकृति दी थी। इसमें इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ व लाजपत नगर-साकेज जी ब्लॉक मेट्रो कॉरिडोर शामिल हैं। इन दोनों काॅरिडोर को मार्च 2029 में पूरा करने की लक्ष्य रखा गया है। मौजूदा समय में दोनों काॅरिडोर पर काम शुरू करने से पहले टेंडर प्रक्रिया आदि पर काम हो रहा है। अब रिठाला-कुंडली कॉरिडोर के निर्माण को लेकर दिल्ली सरकार की ओर से स्वीकृति मिली है।तीन राज्यों के बीच होगी निर्बाध कनेक्टिविटी…
यह कॉरिडोर यूपी के गाजियाबाद, दिल्ली और हरियाणा के कुंडली के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा। रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कॉरिडोर मौजूदा रेड लाइन के विस्तार के रूप में किया जा रहा है। यह लाइन यूपी के गाजियाबाद के शहीदस्थल मेट्रे स्टेशन से शुरू होती है और मौजूदा आखिरी स्टेशन रिठाला तक आती है। यहां से इसे से आगे रोहिणी सेक्टर-25, 26, 31, 32, 36, बरवाला, रोहिणी सेक्टर-35,रोहिणी सेक्टर-34, बवाना इंडस्ट्रीयल एरिया सेक्टर-1,2, बवाना इंडस्ट्रीयल एरिया सेक्टर-3,4, बवाना जेजे कॉलोनी, न्यू सनोठ, डिपो स्टेशन, भोरगढ़ गांव, अनाज मंडी नरेला, नरेला स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स, नरेला, नरेला सेक्टर-5, कुंडली और नाथुपुरा तक जाएगी।नरेला के विकास को लगेंगे पंख…
रिठाला-कुंडली मेट्रो से नरेला-बवाना-अलीपुर के इलाकों की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और विकास में भी तेजी आएगी। यह कॉरिडोर नरेला-बवाना सब-सिटी के विकास को गति प्रदान करेगा और रोहिणी सब-सिटी की काफी समय से लंबित आवश्यकताओं को भी पूरा करेगा। यहां पर कनेक्टिविटी के न होने से लोग रहने के लिए आवास नहीं खरीद रहे हैं। ऐसे में मेट्रो के आने से आवासीय परियोजनाओं को भी पंख लगेंगे। उपराज्यपाल वीके सक्सेना के दिशा-निर्देश में डीडीए, नरेला सब-सिटी को दिल्ली स्थित विश्वविद्यालयों के सात कैंपस और संस्थानों के साथ मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, कॉरपोरेट ऑफिस, आईटी पार्क, एम्स और आईजीटीयूडब्ल्यू मेडिकल कैंपस के साथ एजूकेशन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। मेट्रो के इस कॉरिडोर के निर्माण से विकास की योजनाओं में तेजी आएगी। इस इलाके में पहले से ही दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, एनआईटी दिल्ली, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ होम्योपैथी, राजा हरीश चंद्र अस्पताल, अनाज मंडी, स्मृति वन और दिल्ली विकास प्राधिकरण की कई परियोजनाएं भी हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here