इंजीनियर राशिद को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट से मंगलवार को बड़ी राहत मिली है। उन्हें दो अक्तूबर तक अंतरिम जमानत मिल गई है। कोर्ट ने उन्हें जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए यह राहत दी है। बता दें कि अब्दुल रशीद उर्फ इंजीनियर रशीद वर्तमान में आतंकी फंडिंग के मामले में यूएपीए के तहत दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। वह अवामी इत्तेहाद पार्टी के अध्यक्ष हैं। वह दो बार विधायक रह चुके हैं।
लोकसभा चुनाव में राशिद ने बारामुला लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को मात दी थी। राशिद ने अपना राजनीतिक करियर वर्ष 2008 में शुरू किया था। एक निर्माण इंजीनियर के रूप में अपनी नौकरी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने सियासत शुरू की।
महबूबा ने बताया भाजपा का प्रतिनिधि
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने एक दिन पहले ही सांसद शेख अब्दुल रशीद (इंजी रशीद) की अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) पर भाजपा की प्रतिनिधि होने का आरोप लगाया। उनकी यह टिप्पणी शोपियां से पीडीपी उम्मीदवार यावर शफी बांडे के बालपोरा इलाके में एआईपी के कार्यकर्ताओं के कथित हमले में घायल होने के एक दिन बाद आई।
पीडीपी प्रमुख ने सवाल किया कि जब एआईपी के प्रमुख रशीद सलाखों के पीछे हैं, तो वे संसाधनों और उम्मीदवारों का प्रबंध कैसे कर रहे हैं। पीडीपी संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद को पार्टी बनाने में 50 साल लग गए, हमारे पास अभी भी हर जगह उम्मीदवार उतारने के लिए संसाधन नहीं हैं। इंजी. रशीद के संगठन के पीछे कौन है, क्योंकि उनके उम्मीदवार हर जगह खड़े हैं, फंडिंग कहां से आ रही है। उन्हें गुंडागर्दी करने की इतनी हिम्मत कहां से मिल रही है।
केंद्र पर भी बोला हमला
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार एआईपी जैसी नई प्रॉक्सी पार्टियां लेकर आई है। उन्होंने कहा, मैं सरकार से पूछना चाहती हूं कि जब आपकी सभी प्रॉक्सी पार्टियां विफल हो गई हैं, तो आप इंजीनियर रशीद की पार्टी को फिर से सामने ला रहे हैं और उन्हें पूरा पैसा और हर तरह से समर्थन दे रहे हैं। हमें साफ-साफ बता दें कि अन्य पार्टियों को चुनाव लड़ने की जरूरत नहीं है।