जम्मू-कश्मीर के बारामुल्ला निर्वाचन क्षेत्र से सांसद इंजीनियर राशिद बुधवार को जेल से रिहा हुए। रिहाई के बाद इंजीनियर राशिद ने कहा कि उनका किसी से कोई लेना-देना नहीं। एनडीए-इंडिया से उन्हें मतलब नहीं है। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने पीएम मोदी को नकार दिया है। जम्मू-कश्मीर के मसले हल करना हमारा मुद्दा है। पीएम मोदी की ‘नया कश्मीर’ की कहानी जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह से विफल रही है।
इंजीनियर राशिद ने कहा कि मैं अपने लोगों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध हूं। हम डरने वाले नहीं हैं। उमर अब्दुल्ला जो कहते हैं, मेरी लड़ाई उससे भी बड़ी है। इंजीनियर राशिद को 2 अक्तूबर तक अंतरिम जमानत प्रदान की गई है। रशीद ने 18, 25 सितंबर और 1 अक्तूबर को होने वाले आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत की मांग करते हुए अदालत का रुख किया था।
18 सितंबर को कश्मीर में पहले चरण के मतदान से कुछ दिन पहले जमानत मिली है। राशिद के भाई चुनाव लड़ रहे हैं। इंजीनियर राशिद बारामुल्ला निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं। उनके भाई खुर्शीद अहमद अवामी इत्तिहाद पार्टी (एआईपी) के उम्मीदवार के रूप में उत्तरी कश्मीर की लंगेट सीट से जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 लड़ रहे हैं। उमर अब्दुल्ला के खिलाफ लोकसभा चुनाव जीतने से पहले राशिद इस सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं।