राहुल पर आपत्तिजनक टिप्पणी देने वाले एनडीए नेताओं की बढ़ेंगी मुश्किलें

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ लगातार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) नेता आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं। इससे कांग्रेस का गुस्सा भड़क गया। सबसे पुरानी पार्टी ने बुधवार को पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। ऐसे में अब सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। 

शांति भंग करने के उद्देश्य से दिए जा रहे बयान
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि लोकसभा में विपक्ष के नेता की सुरक्षा को खतरे में डालने और पूरे देश में, विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में, चुनावों के मद्देनजर शांति भंग करने के उद्देश्य से बयान दिए जा रहे हैं।\

इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और महासचिव अजय माकन ने तुगलक रोड पुलिस थाने के प्रभारी को शिकायत दी। उन्होंने भाजपा नेताओं तरविंदर सिंह मारवाह, केंद्रीय मंत्री नवनीत सिंह बिट्टू, यूपी के मंत्री रघुराज सिंह के साथ-साथ शिवसेना विधायक संजय गायकवाड द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक बयान के विरोध में एफआईआर दर्ज करने की मांग की। 

‘देश में राजनीति इससे निचले स्तर तक नहीं जा सकती’
शिकायत देने के बाद माकन ने पत्रकारों से कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि दिवंगत इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। इसके बाद भी वे इस तरह की धमकियां दे रहे हैं। देश में राजनीति इससे निचले स्तर तक नहीं जा सकती।भाजपा के एक नेता ने नहीं बल्कि कई नेताओं ने विवादित टिप्पणी कीं। मगर सत्तारूढ़ पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की।’

हम डरने वाले नहीं: अजय माकन
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी एससी, एसटी, ओबीसी, आदिवासी और अल्पसंख्यक लोगों के बारे में बात करते हैं। इसलिए भाजपा के लोगों को उनकी बातें पसंद नहीं आ रही हैं। यही कारण है कि वे उन्हें धमकी दे रहे हैं। मैं आपको बता दूं कि यह कांग्रेस पार्टी है और हम डरने या झुकने वाले नहीं हैं।’

भाजपा ने यह आपत्तिजनक बयान दिए
माकन ने पुलिस को दी शिकायत में कहा, ’11 सितंबर को मारवाह ने भाजपा के एक कार्यक्रम में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को खुलेआम जान से मारने की धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी बाज आजा, नहीं तो आने वाले समय में तेरा भी वही हाल होगा जो तेरी दादी का हुआ था। वहीं, बुलढाणा से शिवसेना विधायक गायकवाड ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जीभ काटकर लाने वाले को 11 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। यहां तक कि रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को देश का नंबर 1 आतंकी करार दिया था।’

उन्होंने आगे कहा, ‘बिट्टू ने हिंसा भड़काने और शांति भंग करने के उद्देश्य से जानबूझकर गांधी के खिलाफ सार्वजनिक घृणा तथा आक्रोश भड़काने के लिए बयान दिया। उक्त बयान को टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया गया था।

शिकायत में क्या कुछ?
कांग्रेस ने अपनी शिकायत में कहा, ‘विभिन्न भाजपा नेताओं और उसके सहयोगियों द्वारा जारी उपरोक्त बयान/धमकियां, जिनमें राहुल गांधी की हत्या और/या उन्हें शारीरिक चोट पहुंचाने का आह्वान किया गया है। देश के विपक्ष के नेता को आतंकवादी कहा गया है। भाजपा/एनडीए गठबंधन सहयोगियों द्वारा गांधी के प्रति व्यक्तिगत घृणा को प्रदर्शित करता है और इस तरह के बयान केवल नफरत से भरी टिप्पणियों के माध्यम से आम जनता में अशांति पैदा करने, दंगे भड़काने, शांति भंग करने आदि के उद्देश्य से दिए गए हैं।’

नफरत भरी टिप्पणी करने के लिए नियुक्त…
अजय माकन ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी लगातार महिलाओं, युवाओं, दलितों और अन्य हाशिए पर पड़े वर्गों जैसे समाज के वंचित वर्गों और ऐसे जनकेंद्रित मुद्दों को हल करने में भाजपा की विफलता से जुड़े मुद्दों को उठाते रहे हैं। हालांकि, यह भाजपा और उसके सहयोगियों के लिए अच्छा नहीं हुआ है, इसलिए उपरोक्त लोगों को भारत के विपक्ष के नेता पर इस तरह की नफरत भरी टिप्पणी करने के लिए नियुक्त किया गया है।

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