जोधपुर की एसडीएम प्रियंका बिश्नोई की मौत, अस्पताल में लापरवाही का आरोप

राजस्थान के जोधपुर की एसडीएम प्रियंका बिश्नोई का 15 दिन चले इलाज के बाद अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल में निधन हो गया. करीब 20 दिन पहले जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल में बच्चेदानी का ऑपरेशन किया गया था. ऑपरेशन के बाद उनकी हालत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल ले जाया गया था. परिवार के लोगों ने वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाया था. 33 साल की प्रियंका बिश्नोई 2016 बैच की RAS अफसर थीं.

जानकारी के मुताबिक RAS अफसर प्रियंका बिश्नोई के पेट में दर्द होने पर डॉक्टरों से संपर्क किया. उन्हें डॉक्टरों ने बच्चेदानी में गांठ होना बताया था. वहीं डॉक्टरों ने इलाज के लिए ऑपरेशन करवाने की सलाह दी थी. जिसके बाद उनका जोधपुर के वसुंधरा हॉस्पिटल में ऑपरेशन करवाया गया था. बिश्नोई के परिवार वालों ने वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया था. इसी को लेकर जोधपुर जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल को एक कमेटी बनाकर जांच करने की बात कही थी. वहीं उन्होंने तीन दिन में रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे.

इलाज में लापरवाही का आरोप

परिवार वालों का आरोप है कि हॉस्पिटल ने इलाज में लापरवाही बरती. वहीं प्रियंका के ससुर ने कलेक्टर से जांच की मांग की थी. परिवार के लोगों का आरोप था कि इलाज के दौरान प्रियंका को बेहोशी की दवा ज्यादा दे दिया. इसलिए हालत बिगड़ गई. शिकायत के बाद कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को जांच के लिए कहा था. प्रिंसिपल डॉ. भारती सरस्वत ने बताया कि जांच कमेटी गठित कर दी गई है.

प्रियंका बिश्नोई अपनी नौकरी के दौरान डूंगरपुर, चुरू, विजयनगर में तैनात रही है. अगस्त महीने में ही उन्होंने जोधपुर एसडीएम पद जॉइन किया था. प्रियंका बिश्नोई की सुसराल बीकानेर के नोखा में है. उनके पिता रिषपाल बिश्नोई वकील हैं. उनके पति विक्रम सिंह फलोदी में आबकारी इंस्पेक्टर हैं.

क्या बोले वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टर?

जोधपुर वसुंधरा हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने कहा कि सर्जिकल कोई कॉम्पिलकेशन नहीं था. प्रियंका बिश्नोई के ब्रेन में जन्म से एक ही प्रॉब्लम थी जो युवा अवस्था में कभी उनके लिए घातक हो सकता था. दुर्भाग्यवश ऐसा हमारे पास ऑपरेशन के 24 घंटे के बाद हुआ. प्रियंका में स्ट्रेस के कारण लक्षण आने शुरू हो गए थे और इस बात की जानकारी सीटी स्कैन में भी सामने आई थी.

प्रियंका बिश्नोई को 15 अगस्त को उनके प्रशंसनीय काम के लिए सम्मानित भी किया गया था. प्रियंका की मौत के बाद से परिवार और बिश्नोई समाज में शोक की लहर है.

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