कोलकाता। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप लगाया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के महिला डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के मामले से जुड़े कुछ दस्तावेज कोलकाता के तला थाने में गलत तरीके से बनाए गए और बदले गए। सीबीआई ने कोलकाता की एक विशेष अदालत को बताया कि उसने तला थाने का सीसीटीवी फुटेज जब्त किया है, जिसे जांच के लिए केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) भेजा गया है।
सीबीआई ने तला थाने के अधिकारी अभिजीत मंडल और मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से पूछताछ की और अदालत को बताया कि नए तथ्यों का पता चला है,जो बताते हैं कि इस मामले से जुड़े कुछ फर्जी दस्तावेज तला थाने में बनाए गए या बदले गए हैं। सीबीआई ने बुधवार को मंडल और घोष को उनकी रिमांड पूरी होने के बाद विशेष अदालत में पेश किया। इसके बाद अदालत ने उन्हें 30 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने मंडल को 14 सितंबर को गिरफ्तार किया था, जबकि घोष को अदालत के अदालत के आदेश के बाद 15 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने इस जघन्य घटना के एक दिन बाद 10 अगस्त को मुख्य संदिग्ध संजय रॉय को गिरफ्तार किया था।
जांच समिति की सुनवाई के दौरान जूनियर डॉक्टरों ने की नारेबाजी
आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के जूनियर डॉक्टरों ने आज एक जांच समिति की सुनवाई के दौरान 51 डॉक्टरों, हाउस स्टाफ और इंटर्न के खिलाफ नारेबाजी की। इन 51 में से 12 को समिति के सामने पेश हुए। समिति संस्थान में धमकी संस्कृति के आरोपों की जांच कर रही है।
सैकड़ों जूनियर डॉक्टरों ने ‘धमकी की संस्कृति खत्म करो’ और ‘उत्तर बंगाल लॉबी का अंत करो’ जैसे नारे लगाए और जिम्मेदार ठहराने की मांग की। उनसे से एक वरिष्ठ डॉक्टर आशीष पांडे भी शामिल थे, जो तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) के सदस्य हैं और संदीप घोष से उनके करीबी संबंध माने जाते हैं। संदीष घोष अभी सीबीआई की हिरासत में हैं।
प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों ने अस्पताल के अधीक्षक के कार्यालय का घेराव किया, जहां दोपहर के दौरान 12 डॉक्टरों ने अपनी गवाही दी। इन 51 डॉक्टरों, हाउस स्टाफ और इंटर्न पर धमकी देने की संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया है और उन्हें जांच समिति के सामने गवाही देने के लिए बुलाया गया था।
भाजपा ने मुख्यमंत्री आवास के नजदीक दिया धरना
उधर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर आज कोलकाता में मुख्यमंत्री आवास के पास हाजरा इलाके में धरना दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री बनर्जी से इस्तीफे की मांग की। इस घटना को लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्य सरकार की आलोचना की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने न्याय की मांग करते हुए पोस्टर दिखाए।
शुभेंदु अधिकारी ने धरना स्थल पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, हम मुख्यमंत्री से तत्काल इस्तीफे की मांग करते हैं, क्योंकि उन्होंने कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की है और इ घटना को छिपाने का प्रयास किया। उन्होंने आरोप लगाया कि दुष्कर्म और हत्या के मामले में महत्वपूर्ण सबूतों को नष्ट किया गया है, ताकि दोषियों को बचाया जा सके। अधिकारी ने कहा, राज्य सरकार ने तेजी से जांच सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए। प्रशिक्षु महिला डॉक्टर का शव नौ अगस्त की सुबह कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के एक सेमिनार हॉल में मिला था।