भारत और रूस के संयुक्त उद्यम ब्रह्मोस एरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड ने अग्रिवीरों को कंपनी में नौकरियां आरक्षित करने का ऐलान किया है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने टेक्निकल एंट्रीज में 15 प्रतिशत और प्रशासनिक व सुरक्षा भूमिकाओं में रिक्तियों में 50 प्रतिशत आरक्षण की बात कही है। इसके साथ ही ब्रह्मोस एरोस्पेस अग्रिवीरों को नौकरी में आरक्षण देने वाली पहली प्राइवेट कंपनी बन गई है।
’50 फीसदी रिक्तियां होंगी आरक्षित’
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारतीय सशस्त्र बलों की अग्निपथ योजना के तहत नए भर्ती हुए अग्निवीरों को नौकरी में आरक्षण देगी। ये आरक्षण उन पूर्व अग्निवीरों को दिया जाएगा, जिन्होंने सेना में चार साल तक नौकरी की होगी। ब्रह्मोस एयरोस्पेस अपने अलग-अलग क्षेत्रों में कम से कम 15 फीसदी तकनीकी और सामान्य प्रशासन वैकेंसी में अग्निवीरों को भर्ती करेगा।
यही नहीं कंपनी यह भी सुनिश्चित करेगी कि देशभर में अपने अलग-अलग सेंटरों पर आउटसोर्स किए गए सिक्योरिटी और एडमिनिस्ट्रेटिव कामों के लिए कम से कम 50 फीसदी रिक्तियां अग्निवीरों द्वारा भरी जाएंगी। इसके अलावा ब्रह्मोस एयरोस्पेस ने थर्ड-पार्टी कॉन्ट्रेक्ट स्टाफिंग के माध्यम से कम से कम 15% रिक्तियों के लिए अग्निवीरों को भर्ती करने की योजना है।
कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि, युवाओं को चार साल के लिए सशस्त्र बलों में भर्ती करने के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना का उद्देश्य भारतीय सेना की क्षमताओं को आधुनिक बनाना और बढ़ाना है। अग्निवीरों को प्राथमिकता देकर, ब्रह्मोस एयरोस्पेस राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है और साथ ही रक्षा पेशेवरों की अगली पीढ़ी को सशक्त बनाता है।
आरक्षण देने वाली पहली कंपनी
ब्रह्मोस एयरोस्पेस रक्षा क्षेत्र की पहली अग्रणी कंपनी बन गई है जिसने विभिन्न क्षेत्रों में अग्निवीरों के लिए रिक्तियां आरक्षित करने का ऐलान किया है। यही नहीं कंपनी अपने व्यापार से जुड़े 200 से अधिक उद्योग भागीदारों को अग्निवीरों को अवसर प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। ब्रह्मोस मैनेजमेंट ने अग्निवीरों को आगे के रोजगार अवसरों के साथ इंटीग्रेट करने की योजना बनाई है।
ब्रह्मोस एयरोस्पेस
भारत-रूस का संयुक्त उद्यम ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का उत्पादन करता है। जिन्हें पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या भूमि प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है। ब्रह्मोस मिसाइल 2.8 मैक या ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना अधिक गति से उड़ती है। कंपनी की स्थापना 1998 में हुई थी और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। भारत के पास 70 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि रूस के पास 30 फीसदी कंपनी की हिस्सेदारी है।
जून 2022 में सरकार ने तीनों सेनाओं की आयु सीमा को कम करने के उद्देश्य से अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की थी। अग्निपथ योजना में 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को चार साल के लिए भर्ती किए जाने का प्रावधान है। जिसमें 25 प्रतिशत को 15 साल तक बनाए रखने का प्रावधान है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल इस योजना का लगातार विरोध कर रहे हैं।