दिल्ली में पार्टी हाईकमान से मिलने के बाद हिमाचल लौटे लोक निर्माण व शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर दिए गए बयान को राजनीतिक और सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई। उनका बयान गलत ढंग से पेश किया गया। विक्रमादित्य ने कहा-स्ट्रीट वेंडर प्रोटेक्शन ऑफ लाइवली हुड एंड रेगुलेशन ऑफ स्ट्रीट वेडिंग एक्ट 2014 में पंजीकरण का प्रावधान है।
सोमवार को शिमला में प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता हूं। पार्टी के निर्देश को आगे लेकर जाना, पार्टी के निर्देश-विचारधारा को प्रदेश में लागू करना और पार्टी के मूल सिद्धांतों के साथ आगे बढ़ना हमारी जिम्मेदारी है। स्ट्रीट वेंडर्स को लेकर सर्वदलीय कमेटी बनाई गई है। इसमें देखा जाएगा कि सभी तहबाजारियों के लिए एक जैसे नियम होंगे। 3 अक्तूबर को कमेटी की बैठक उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चाैहान की अध्यक्षता में होगी। किसी भी राज्य, किसी भी धर्म-जाति का व्यक्ति रोजगार के लिए हिमाचल में आ सकता है।
प्रदेश के आंतरिक सुरक्षा मामले को भी दोहराया। हाईकमान को वस्तुस्थिति और एक्ट के प्रावधान से अवगत कराया गया है। हाईकमान पंजीकरण को लेकर नाराज नहीं है। विक्रमादित्य ने हाईकमान की ओर से उन्हें दिल्ली तलब करने की बात को गलत बताया और कहा कि उनका दिल्ली जाने का पहले से कार्यक्रम तय था। उनकी रेलवे बोर्ड के साथ मीटिंग तय थी। शिमला विधानसभा के पास फ्लाईओवर के लिए रेलवे बोर्ड की एनओसी लेनी थी। इसलिए वह दिल्ली गए।
मेरी जवाबदेही केवल हाईकमान, सीएम और अध्यक्ष को
सीपीएस संजय अवस्थी की नसीहत से जुड़े सवाल के जवाब में विक्रमादित्य ने कहा कि उनकी जवाबदेही केवल हाईकमान, मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को है। इसके अलावा किसी भी संवैधानिक या गैर संवैधानिक संस्था को जवाबदेही नहीं है।
दरअसल, अवस्थी ने किसी मंत्री का नाम लिए बगैर कहा था कि जिम्मेदारी बड़ी मिली है तो सोच भी बड़ी रखनी होगी। कहा कि 70 लाख आबादी की आवाज उठाना उनकी जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी से वह पीछे नहीं हटेंगे। जब भी हिमाचल के हितों की बात आएंगी, वह आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने नगर निगम की ओर से रिज मैदान पर वीरभद्र सिंह की प्रतिमा लगाने को लेकर स्थान चयनित किए जाने के फैसले का स्वागत किया है।