ईरान ने इस्राइल पर मिसाइल हमला शुरू कर दिया है। जानकारी अनुसार ईरान ने इस्राइल पर 100 से ज्यादा मिसाइलें दागीं हैं। इस्राइली सेना के मुताबिक, कुछ समय पहले ईरान से इस्राइल की ओर मिसाइलें दागी गई थीं।
इस्राइली सेना के अनुसार देश में कई जगहों पर चेतावनी की सायरन बज रहे हैं, उसने नागरिकों को सतर्क रहने और होम फ्रंट कमांड के निर्देशों का ठीक से पालन करने का निर्देश दिया है।
आईडीएफ के अनुसार, कुछ देर पहले ही होम फ्रंट कमांड ने देश भर के कई क्षेत्रों में जीवन रक्षक निर्देश जारी किए हैं। आईडीएफ ने साथ ही कहा कि इस्राइल के नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है और करेगा। आईडीएफ के अनुसार, सभी इस्राइली नागरिक बम शेल्टर होम में हैं क्योंकि ईरान से इस्राइल पर रॉकेट दागे जा रहे हैं।
हिजबुल्ला-हमास नेताओं की हत्या का बदला
वहीं एपी के मुताबिक, ईरान ने कहा कि उसने हिजबुल्ला नेता और हमास अधिकारी की हत्या का बदला लेने के लिए इस्राइल पर दर्जनों मिसाइलें दागीं।
वहीं इससे पहले अमेरिका ने दावा किया था कि ईरान ने इस्राइल पर हमले की तैयारी शुरू कर दी है। अमेरिका के एक अधिकारी ने दावा किया है कि ईरान इस्राइल पर मिसाइल हमले कर सकता है। इसे लेकर अमेरिका ने ईरान को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। वहीं अमेरिका की ओर से इनपुट मिलने के बाद इस्राइल रक्षा बल (आईडीएफ) ने कहा कि हम तैयार हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के हवाले से कहा गया है कि कुछ घंटों में ईरान इस्राइल पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर सकता है।
आईडीएफ प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि अमेरिका से इनपुट मिला है कि ईरान इस्राइल पर मिसाइल दागने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी इस खतरे का डटकर सामना किया है और अब भी हम इसका सामना करेंगे। आईडीएफ रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताओं के साथ तैयार है। वायु सेना आसमान में गश्त कर रही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ मिलकर हम ईरान पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने जनता से आईडीएफ के निर्देशों का पालन करने की अपील की है।
वहीं अमेरिका का कहना है कि हम इस्राइल की मदद करने के लिए तैयार हैं। अमेरिका से इनपुट मिलने के बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस्राइल के लोगों से कहा है कि बड़ी चुनौतियां आने वाली हैं। इसलिए सभी लोग होम कमांड के निर्देशों का पालन करें। साथ ही एक साथ मजबूती से खड़े रहें। उन्होंने कहा कि हम एक साथ खड़े रहेंगे, एक साथ लड़ेंगे और जीतेंगे।
ईरान पर बढ़ रहा दबाव
इस्राइल की ओर से हिजबुल्ला पर की गई कार्रवाई को लेकर ईरान बौखलाया हुआ है। क्योंकि हिजबुल्ला को खड़ा करने में ईरान की भूमिका रही है। हिजुबल्ला प्रमुख की मौत ईरान के लिए बड़ा झटका है। ईरान ने हिजबुल्ला को तैयार करने में 40 साल लगाए हैं और अब ईरान नहीं चाहेगा कि उसकी चालीस साल की मेहनत बर्बाद हो जाए। साथ ही ईरान ने यमन में हूती और सीरिया में भी अपने प्रोक्सी समूह तैयार किए हैं। ईरान पर दबाव है कि वह इस्राइल को मुंह तोड़ जवाब दे। ऐसे में पूरी दुनिया की निगाहें ईरान के अगले कदम पर टिकी हैं।