सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड के सामान्य निकाय गठन के लिए जोर आजमाइश जारी है। वहीं मेरठ के परतापुर थाने में भारतीय किसान यूनियन का धरना सातवें दिन भी जारी है। बुधवार को एक किसान ने चिता पर लेटकर आत्मदाह का प्रयास किया। जैसे तैसे किसान को पुलिस अधिकारियों ने मनाया। हालांकि किसान उपलों से बनाई चिता पर ही लेटा रहा। गुरुवार को सुबह थाना परिसर में चिता पर लेटे किसान के ऊपर थाना पुलिस ने टेंट लगा दिया जिसका किसानों ने विरोध भी किया।
मेरठ जनपद की पांच गन्ना समितियों के डेलीगेट का चुनाव आज हो रहा है। गन्ना समिति सदस्य चुनाव अपनी वोट डालेंगे। डेलीगेट पद का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में से किसी का चुनाव चिह्न शेर तो किसी को घोड़ा और ऊंट मिला है। कुल 32 चुनाव चिह्न आवंटित किए गए हैं।
निर्वाचन अधिकारी का कहना है कि पांच समितियों के 135 गांवों के 270 डेलीगेट पदों के लिए चुनाव होना है। बाकी डेलीगेट निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। इनकी विधिवत घोषणा गुरुवार को कर दी जाएगी। सहकारी गन्ना विकास समिति लिमिटेड की प्रबंध कमेटी गठन के लिए चुनाव चल रहा है। गत 23 सितंबर से सामान्य निकाय गठन हेतु डेलीगेट चुनाव की प्रक्रिया चल रही है।
गुरुवार को जनपद की 6 गन्ना समितियों में से मोहिउद्दीनपुर, मवाना, दौराला, मेरठ और सकौती समिति में चुनाव होना है। मलियाना समिति में पर्चे वापसी के बाद सभी 222 पदों पर डेलीगेट निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। गुरुवार को सामान्य निकाय का गठन हो जाएगा।
7 अक्टूबर से प्रबंध कमेटी गठन के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू होगी जो 16 अक्टूबर को संपन्न होगी। 17 अक्टूबर को चेयरमैन और वाइस चेयरमैन का चुनाव होगा। चुनाव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है। निर्वाचन विभाग ने पहले से ही मतदान की तैयारी कर ली गई है। मतपेटियों को पहले ही गन्ना समिति कार्यालय भेज दिया गया है।

प्रशासन और किसानों के बीच नहीं हुई वार्ता, कैसे खत्म होगा धरना
मेरठजिला प्रशासन और किसानों के बीच छठे दिन भी बुधवार को वार्ता नहीं हो सकी। किसानों के बढ़ते रोष के बावजूद प्रशासन गंभीर नहीं है। किसानों ने चेतावनी दी कि डेलीगेट प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने का मौका दिया जाए, अन्यथा आंदोलन जारी रहेगा। मनमानी तरीके से प्रत्याशियों के नामांकन पर्चे निरस्त किए हैं, जिसको लेकर किसानों में नाराजगी है।
मोहिउद्दीनपुर गन्ना समिति में 102 डेलीगेट प्रत्याशियों को पर्चे निरस्त होने पर किसानों ने परतापुर थाने में धरना दिया हुआ है। छह दिन बीत गए हैं, लेकिन किसानों को समझाने में पुलिस-प्रशासन नाकाम रहा। धरने पर डीएम नहीं पहुंचे, इसको लेकर भी किसानों में नाराजगी है। भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी का कहना है कि प्रशासन की मनमानी के चलते 102 डेलीगेट प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त हुए है। किसानों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है और प्रशासन गंभीर नहीं है।
परतापुर थाने में धरना जारी रहा। डीएम दीपक मीणा का कहना कि डेलीगेट प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त करने के मामले में मेरे स्तर से कुछ नहीं हो सकता। एडीएम प्रशासन और एसडीएम सदर परतापुर थाने में छह दिन से लगातार किसानों को समझा रहे हैं। वहां पर पुलिस फोर्स लगाया हुआ है।

वृद्ध किसान परतापुर थाने में चिता पर लेटा
परतापुर थाने पर भाकियू के धरने में बुधवार को हरेंद्र गुर्जर की अध्यक्षता और हर्ष चहल ने किया। किसान अपनी पीड़ा पर चर्चा कर रहे थे कि कोई सुनने वाला नहीं है। पंचायत धरनास्थल पर 96 साल के किसान दलबीर सिंह ने उपलों से स्वयं अपनी चिता बना ली। वह चिता पर लेट गए।
पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इसे लेकर जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी की पुलिस अधिकारियों कहासुनी हो गई। किसानों ने सरकार के कुछ लोगों पर किसान को जिंदा मारने का आरोप लगाकर मृत्यु उपरांत उल्टी खाट खड़ी होने का रिवाज को मानते हुए उनकी खाट उल्टी खड़ी कर दी।

किसान दलबीर सिंह जिलाधिकारी और कमिश्नर को बुलाने की मांग पर अडिग है। देर रात तक वो चिता पर ही लेटे रहे। एडीएम सिटी बृजेश सिंह, एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह, एसडीएम सदर कमल किशोर देशभूषण कंडारकर, तहसीलदार शैलेंद्र कुमार भारी फोर्स के साथ मौजूद रहे।
भूख हड़ताल से विजयपाल घोपला का स्वास्थ्य गिरा
धरना स्थल पर छह दिन से भूख हड़ताल कर रहे बाबा विजयपाल घोपला का स्वास्थ काफी गिर गया है। मवाना समिति के किसान अरुण नरंगपुर का भी स्वस्थ गिरना शुरू हो गया। रात में उन्होंने डॉक्टरी जांच कराने से भी मना कर दिया।