जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं। कई सीटें जम्मू कश्मीर के चुनाव में काफी चर्चा में रहीं। केंद्र की सत्ताधारी भाजपा ने किश्तवाड़ सीट से आतंकी हमले में पिता-चाचा को खोने वाली शगुन परिहार को मैदान में उतारा था। पहली बार चुनाव में उतरीं शगुन ने जीत दर्ज की है। उन्होंने नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार सज्जाद अहमद को 521 वोट से हराया है।
आतंकियों ने कर दी थी पिता और चाचा की हत्या
शगुन भाजपा के दिग्गज नेता रहे अनिल परिहार की भतीजी हैं। अनिल जम्मू कश्मीर भाजपा के सचिव थे। नवंबर 2018 में किश्तवाड़ में आतंकियों ने शगुन के पिता अजीत परिहार और चाचा अनिल परिहार की हत्या कर दी थी।
पीएम मोदी ने चुनावी रैली में किया था जिक्र
हाल ही में डोडा जिले में एक चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी ने विशेष तौर पर किश्तवाड़ से प्रत्याशी शगुन परिहार का जिक्र किया था। पीएम ने कहा था, ‘भाजपा ने आतंकवाद की शिकार इस बेटी को टिकट दिया है। बेटी शगुन सिर्फ पार्टी की उम्मीदवार नहीं है बल्कि आतंकवाद को खत्म करने के भाजपा के इरादों की जीती जागती तस्वीर हैं।’
दिलचस्प रहा इस बार का मुकाबला
किश्तवाड़ सीट पर भाजपा की शगुन परिहार का मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस के सज्जाद अहमद किचलू और पीडीपी के फिरदौस अहमद टाक से रहा। 2014 के चुनाव में यहां भाजपा के सुनील कुमार शर्मा को सफलता मिली थी। सुनील ने नेकां के प्रत्याशी सज्जाद अहमद किचलू को 2852 वोटों से हराया था। अबकी बार शगुन परिहार ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के सज्जाद अहमद किचलू को 521 वोट से हराया है। शगुन परिहार को कुल 29,053 वोट मिले हैं। वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के सज्जाद अहमद किचलू ने 28532 वोट हासिल किए हैं।