यति नरसिंहानंद की आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में मुंडाली गांव में निकले जुलूस को रोकने पर पुलिस पर हमले के मामले में 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। तलवार और लाठी-डंडे लेकर जुलूस निकालने और धार्मिक व देश विरोधी नारेबाजी करने पर पुलिस ने 30 नामजद और 150 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद महाराज की पैगंबर मुहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में सोमवार को मुंडाली गांव में बड़ी संख्या में युवा एकत्र हुए और जुलूस निकाला था। आरोपी हसीन की अगुवाई में निकाले जा रहे जुलूस में बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल रहे। जुलूस में शामिल लोगों ने तलवार और लाठी-डंडे लहराते हुए धार्मिक और देशविरोधी नारेबाजी की थी। गांव में दूसरे समुदाय के लोगों में दहशत फैल गई थी। घरों के दरवाजे बंद हो गए थे।
पुलिस मौके पर पहुंची और जुलूस रोकते हुए अनुमति पत्र मांगा था। जुलूस में शामिल लोगों ने पुलिस से गाली-गलौज करते हुए हमला कर दिया। इस दौरान पथराव भी किया गया। कार्यवाहक थाना प्रभारी मनीराम सिंह की ओर से गैरकानूनी सभा करने, देशविरोधी और भड़काऊ नारेबाजी, जानलेवा हमले की धाराओं और 7 क्रिमिनल एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
तनाव के बीच पुलिस पहरे में निकली श्रीराम बरात
मंगलवार को गांव में तनावपूर्ण माहौल के बीच श्रीराम बरात निकाली गई। इस दौरान कई थानों की पुलिस और पीएसी के जवान मौजूद रहे। गांव में कई स्थानों पर पुलिस बल तैनात है। वहीं, एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा का कहना है कि वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही हैं।
ये आरोपी किए गिरफ्तार
नवाजिश, जुबैर, जफरू, इरफान, शहजाद, नदीम, सहाने आलम, सरफाज, चांद, आलमगीर, मोहम्मद फैसल, शहजाद, रवीस, जीशान, सलमान को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में 14 मुंडाली के हैं। जबकि सलमान गाजियाबाद के कलछीना गांव का रहने वाला है। वह रिश्तेदारी में आया हुआ था।