महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री और राकांपा के नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में पुलिस ने सोमवार को मामले में आरोपी प्रवीण लोनकर को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने केस में तीसरे आरोपी प्रवीण को मेडिकल चेकअप के बाद एस्प्लेनेड कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने उसे 21 अक्तूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
बता दें कि मुंबई पुलिस के मुताबिक प्रवीण के भाई शुभम लोनकर ने फेसबुक पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से बाबा सिद्दीकी हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला पोस्ट किया था। पुलिस ने बताया कि प्रवीण लोनकर ने अपने भाई शुभम लोनकर के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। साथ ही हत्याकांड में नाबालिग आरोपी और शिवकुमार गौतम को साजिश में शामिल किया था। पुलिस ने चौथे आरोपी की पहचान जीशान अख्तर के रूप में की थी। हत्याकांड में अब तक छह आरोपी हो गए हैं। इनमें से पुलिस तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
खुद को नाबालिग बताने वाले को भी पुलिस हिरासत में भेजा गया
इससे पहले मुंबई पुलिस ने हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह (23) और उत्तर प्रदेश निवासी धर्मराज राजेश कश्यप (19) को गिरफ्तार किया था। धर्मराज कश्यप के वकील ने दावा किया कि था कि उनका मुवक्किल नाबालिग है। हालांकि, अदालत ने रविवार को कश्यप का अस्थिकरण परीक्षण कराने का आदेश दिया, जिसमें यह साबित हुआ कि वह नाबालिग नहीं है। उन्होंने बताया कि उसे अदालत में पेश किया गया और 21 अक्तूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
क्या है पूरा मामला? कब और कहां हुई नृशंस हत्या की वारदात
बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को मुंबई के वीवीआईपी इलाकों में शुमार बांद्रा में शनिवार रात करीब 9 बजे गोली मारी गई थी। लीलावली अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें रात 11.27 बजे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में विपक्षी राजनीतिक दल सरकारी इंतजाम और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। बाबा सिद्दीकी को दी गई सुरक्षा के बावजूद इस तरीके से गोलियों से भूने जाने की घटना से बॉलीवुड सितारे भी सकते हैं। शुरुआती जांच के दौरान ही गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया है। पुलिस मामले के हर पहलू की विस्तृत पड़ताल कर रही है।