पंशुल व्यास आत्महत्याकांड: जांच में साबित हुआ छात्र को तंग करते थे रूममेट्स

बसंत विहार कॉलोनी में रहने वाले एमबीबीएस के छात्र ने 9 सितंबर 2024 को घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में माता-पिता ने उसके रूममेट्स पर परेशान करने के आरोप लगाकर एसपी प्रदीप शर्मा को शिकायत की थी। छात्र ने गूगल पर फंदा लगने का तरीका सर्च किया था। मृतक के मोबाइल में रूममेट्स द्वारा प्रताड़ित करने की चैट्स भी मिली थी। जिसके आधार पर पुलिस ने उसके दो रूम मेटस के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है।

पंशुल व्यास निवासी बसंत विहार कॉलोनी इंदौर में महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा था। उसके पिता संतोष इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर हैं। 9 सितंबर को पंशुल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। स्वजन को उसके मोबाइल में सोशल मीडिया पर कुछ चैट्स मिली है। इसमें कई बातें सामने आई है। पंशुल ने नीट परीक्षा में उज्जैन में टॉप किया था। उसके दोस्तों के साथ की चैट्स में उसने अपने रूममेट्स द्वारा परेशान किए जाने का जिक्र किया है। इसके अलावा उसे धर्म संबंधित बातों को लेकर भी परेशान किया जा रहा था। पंशुल मानसिक रूप से इतना प्रताड़ित हो चुका था कि उसने 9 सितंबर को ‘गूगल पर फंदा कैसे लगाया जाता है’ यह सर्च किया था। इसके बाद उसने फांसी लगा ली थी।

पंशुल के स्वजन ने एसपी प्रदीप शर्मा से मुलाकात कर आत्महत्या के दोषियों पर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद टीआई नरेंद्र कुमार यादव ने बताया कि पंशुल की आत्महत्या को लेकर जांच की थी। उसके मोबाइल पर मिली चैटिंग के अलावा काल डिटेल भी खंगाली गई थी। स्वजन व उसके दोस्त के बयान दर्ज किए गए थे। इसके अलावा दोस्त के साथ इंटरनेट मीडिया वाट्सएप पर हुई चैटिंग के स्क्रीन शाट्स लिए गए हैं। इसके आधार पर पशुंल के रूम मैटस आदित्य जैन निवासी बेगमगंज रायसेन तथा सरल जैन निवसी कुरवाई विदिशा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है ।

चाचा के बेटे को बताई थी रूम पार्टनर की हरकत
पंशुल ने इस बात को अपने माता-पिता या छोटी बहन से तो शेयर नहीं किया था, लेकिन चचेरे भाई तुषार को मोबाइल चैट पर इसके बारे में बताया था। पुलिस ने पंशुल का मोबाइल जब्त कर इस पूरे मामले की जांच शुरू की है। पंशुल की मां पल्लवी मक्सी रोड स्थित एक स्कूल में शिक्षिका हैं और उन्हीं के साथ उनकी बेटी चार्वी भी स्कूल जाती है। जब दोपहर को मां और बेटी स्कूल से वापस लौटे तो उन्होंने पंशुल को फांसी के फंदे पर लटका हुआ देखा। घटना के दौरान घर पर कोई नहीं था, यही कारण था कि पंशुल ने इतना बड़ा कदम उठा लिया था।

फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला था पंशुल
पुलिस ने बताया पंशुल पिता संतोष व्यास (20) निवासी वसंत विहार कॉलोनी एमजीएम कॉलेज इंदौर में एमबीबीएस का छात्र था। पंशुल इंदौर में ही फ्लैट लेकर दोस्त के साथ रहता था। पिछले दिनों वह छुट्टी में घर आया था। परिजनों ने बताया, पंशुल के पिता संतोष व्यास एमआईटी कॉलेज में प्रोफेसर हैं, मां प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका हैं एवं बहन चार्वी स्कूल की छात्रा है। कल सुबह सभी लोग अपने काम पर चले गए थे। पंशुल घर पर अकेला था। दोपहर में बहन चार्वी स्कूल से घर लौटी तो दरवाजा खुला था।

जब वह घर में दाखिल हुई तो भाई पंशुल को फांसी के फंदे पर लटका देखा। इसी दौरान उसकी मां पल्लवी भी घर आ गई थी। वे घर में पहुंची और बेटे को फंदे पर लटका देखकर शोर मचाया। स्कूल स्टॉफ का वाहन चालक शोर सुनकर घर पहुंचा। तीनों ने पंशुल को फंदे से उतारकर प्राइवेट अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से सूचना मिलने पर नानाखेड़ा पुलिस पहुंची और मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। 

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